लखनऊ,२ जनवरी (वी एन आई) विधान सभा चुनावो के लिये तैयार लखनऊ में आज प्रधान मंत्री नरेन्द्र मोदी ने चुनावी मुद्रा मे विपक्ष पर कड़ा प्रहार करते हुए कहा कि वे जहा देश से काला धन और भृषटाचार हटाना चाह्ते है वही विपक्ष का कहना है कि मोदी को हटाओ. प्रधान मंत्री ने आज यहा बीजेपी की परिवर्तन रैली को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि प्रदेश मे सपा-बसपा में इस कदर विरोध है कि एक अगर कुछ कहता है, तो दूसरा उसके विरोध में ही बात करता है. एक कहता है कि सूरज उग रहा है, तो दूसरा कहता है सूरज तो ढल रहा है. लेकिन भ्रष्टाचार का विरोध करने के लिए दोनों साथ आ गये. नोटबंदी का विरोध करते हुए वे कहते हैं मोदी को हटाओ और मैं कहता हूं कि कालाधन और भ्रष्टाचार का मिटाओ. अब किसे हटाना और किसे नहीं यह जनता का फैसला होगा.
उन्होंने कहा कि एक दल पिछले 15 साल से अपने बेटे को स्थापित करने में जुटा है, दूसरा पैसों को ठिकाने लगाने में जुटा है और तीसरा परिवार के झगड़ों में उलझा है, ऐसे में एकमात्र पार्टी भाजपा है, जो जनता के बारे में सोच रही है और प्रदेश को विकास के रास्ते पर ले जा सकती है.
उन्होंने कहा कि भाजपा की हाईकमान जनता है, दूसरा और कोई हमारा हाईकमान नहीं है. हमारी सरकार गरीबों को समर्पित है. हमने गरीबों के लिए कई योजनाएं बनायी हैं, लेकिन इसपर भी लोगों को परेशानी हो रही है. लेकिन देश की जनता ऐसे लोगों को पहचान गयी है और वह जानती है कि जनता का हित सोचने वाले कौन हैं.नरेंद्र मोदी ने कहा कि दो-तीन दिन पहले टीवी पर देखा तो वहां लोग कह रहे थे कि बीजेपी का अब यूपी में 14 साल का वनवास खत्म होगा. 14 साल बाद भी लोग आज बीजेपी सरकार को याद करते हैं. उसके विकास के कार्यों की सराहना करते हैं, लेकिन बीजेपी के सत्ता के जाने के साथ ही राज्य में भी विकास का काम रुक गया. उन्होंने कहा कि यदि हिंदुस्तान का भाग्य यदि बदलना है तो सबसे पहले उत्तर प्रदेश का भाग्य बदलना होगा.
उन्होने कहा कि दरअसल मुद्दा बीजेपी के वनवास का नहीं है, विकास के वनवास का है. उन्होंने लोगों से अपील करते हुए कहा कि एक बार जात-पात से ऊपर उठकर वोट करें. उन्होंने राज्य की सपा सरकार पर कटाक्ष करते हुए कहा कि राज्य सरकार विकास के कार्यों का जिम्मा लेने को तैयार नहीं है.
इससे पहले श्री मोदी ने रैली मे हिस्सा लेने आई भारी भीड़ की और मुखातिब होते हुए कहा कि मुख्यमंत्री और अब प्रधानसेवक के रूप में कई रैलियां की हैं, लेकिन लखनऊ में आज आयोजित रैली में जितनी भीड़ है, उतनी बड़ी रैली को संबोधित करने का मौका इससे पहले नहीं मिला. पीएम मोदी ने कहा कि ये मेरे जीवन की सबसे बड़ी रैली है.
उन्होंने कहा कि पिछले ढाई साल में अकेले यूपी को ढाई लाख करोड़ रुपया दिया गया, लेकिन यहां पर विकास सपा की प्राथमिकता नहीं है. उन्होंने सवालिया लहजे में कहा कि क्या कारण है कि गन्ना किसानों के पैसे इतने सालों तक क्यों लटके रहे. उन्होंने कहा कि दलों के बीच राजनीति होनी चाहिए लेकिन जनता के साथ राजनीति नहीं की जानी चाहिए.
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि एक दल (कांग्रेस) ऐसा है जो पिछले 15 साल से कोशिश कर रहा है लेकिन अभी तक कहीं दाल नहीं गल पा रही है. दूसरा दल (बीएसपी) ऐसा है जो पूरी तरह पैसों को बचाने में लगा है. तीसरा दल (सपा) परिवार में क्या होगा, उसी में लगे हुए है. ऐसे में सिर्फ बीजेपी ही ऐसा दल है जो राज्य में जनता के लिए संघर्ष कर रही है. उन्होंने लोगों का आहवान करते हुए कहा कि बीजेपी को राज्य में स्पष्ट बहुमत से जिताइए.
उन्होंने विपक्ष पर आरोप लगाते हुए कहा कि विरोधवाद की राजनीति करते-करते इनकी सियासी जमीन खिसक गई है. भारत की राजनीति की दशा-दिशा बदल गई है. उन्होंने बीजेपी कार्यकर्ताओं से अपील करते हुए कहा कि अन्य दलों के लिए आगामी यूपी चुनाव सत्ता हथियाने का जरिया होगा लेकिन बीजेपी के लिए यह चुनाव हार-जीत का चुनाव नहीं है बल्कि जिम्मेवारी का चुनाव है.
रैली में बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह, गृहमंत्री राजनाथ सिंह, उमा भारती और प्रदेश अध्यक्ष केशव प्रसाद मौर्य समेत कई बीजेपी नेता मौजूद थे.
इस रैली में बोलते हुए पार्टी अध्यक्ष अमित शाह ने सपा में मचे घमासान पर कटाक्ष करते हुए कहा कि चाचा भतीजा ,बुआ प्रदेश का भला नहीं कर सकते. इस लिहाज से चुनाव में इनको हराकर बीजेपी को राज्य की सत्ता में लाना होगा तभी राज्य का भला हो सकता है.
केंद्रीय गृहमंत्री राजनाथ सिंह ने कहा कि सपा बसपा ने यूपी की जनता नाइंसाफी की है. सपा की सरकार में भ्रष्टाचार बढ़ा है. गन्ना किसानों के बकाये पर सपा सरकार खामोश है. सुशासन की घर वापसी बीजेपी ही कर सकती है.