इम्फाल, 4 मार्च (वीएनआई)। मणिपुर विधानसभा चुनाव के पहले चरण के तहत शनिवार को 80 फीसदी से अधिक मतदान हुआ,,और मतदान में बढ़ती जागरूकता का परिचय दिया गया !
निर्वाचन आयोग ने कहा कि पहले चरण के तहत 38 सीटों पर मतदान दोपहर तीन बजे समाप्त हो गया। आयोग ने कहा कि सिर्फ एक घटना को छोड़कर मतदान प्रक्रिया शांतिपूर्ण ही रही। पीपुल्स रिसर्जेस एंड जस्टिस अलायंस के उम्मीदवार एरेनेडो पर कुछ लोगों ने हमला किया।
एरेनेडो ने कहा, "मेरे कान में चोट लगी है। मेरी छाती में दर्द हो रहा है। मैं इन अराजकतत्वों के खिलाफ शिकायत दर्ज कराऊंगा।"
निर्वाचन आयोग के अधिकारियों ने कहा कि दोपहर तीन बजे से प्राप्त प्रारंभिक रिपोर्टों के अनुसार 80 फीसदी मतदान हुआ है लेकिन अंतिम आंकड़े इससे थोड़े अधिक हो सकते हैं।
अधिकारियों ने बताया, "ईवीएम मशीनों में कुछ तकनीकी दिक्कतें थीं इसलिए कुछ मतदान केंद्रों पर मतदान कुछ घंटे देरी से शुरू हुआ। मतदान का आधिकारिक समय समाप्त होने के बाद इन मतदान केंद्रों के बाहर लंबी कतारें देखी जा सकती थीं।"
पुलिस ने मतदान प्रक्रिया समाप्त होने पर राहत की सांस ली। किसी भी स्थान से कानून एवं व्यवस्था के उल्लंघन की कोई बड़ी घटना सामने नहीं आई। चुनाव से पहले छिटपुट झड़पों, बम विस्फोटों, गोलीबारी और वाहनों को आग लगाए जाने जैसी घटनाओं की वजह से मतदान के दौरान हिंसा होने का डर बना हुआ था।
पहले चरण के तहत इम्फाल पूर्व, इम्फाल पश्चिम, बिष्णुपुर, चूड़ाचंदपुर, कांगपोकपी और फेरेजोल जिलों में मतदान हुए।
पहले चरण के तहत 168 उम्मीदवार चुनवी मैदान में हैं, जिसमें छह महिलाएं भी हैं।
पहले चरण के मतदान में 5,44,050 पुरुष मतदाता और 5,75,220 महिला मतदाता हैं।
मणिपुर की 60 सदस्यीय विधानसभा के लिए दो चरणों में मतदान हो रहे हैं। पहले चरण के तहत शनिवार को 38 निर्वाचन क्षेत्रों के लिए वोट डाले गए। शेष सीटों के लिए मतदान आठ मार्च को होंगे।
भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने सभी 38 निर्वाचन क्षेत्रों में अपने उम्मीदवार उतारे हैं, जबकि सत्तारूढ़ कांग्रेस ने 37 निर्वाचन क्षेत्रों में उम्मीदवार उतारे हैं।
दोपहर के भोजनकाल तक लगभग 30 फीसदी मतदान हुआ था। उम्मीदों के अनुरूप दोपहर 12 बजे के बाद मतदान प्रतिशत बढ़ा है।
इस चुनाव को राज्य में ओकराम इबोबी सिंह के नेतृत्व वाली कांग्रेस सरकार के लिए अग्निपरीक्षा के तौर पर देखा जा रहा है।
यहां कांग्रेस सरकार पिछले 15 वर्षो से सत्ता में बनी हुई है।