नई दिल्ली 12 जून (वीएनआई) 18वीं लोकसभा का पहला सत्र 24 जून से 3 जुलाई तक चलेगा. संसदीय कार्य मंत्री किरेन रीजीजू ने आज यानि बुधवार को सोशल मीडिया मंच ‘एक्स' पर एक पोस्ट में कहा, ‘‘18वीं लोकसभा का पहला सत्र 24 जून 2024 से तीन जुलाई 2024 तक नवनिर्वाचित सदस्यों के शपथ, अध्यक्ष के चुनाव, राष्ट्रपति के अभिभाषण और उस पर चर्चा के लिए बुलाया जा रहा है.'' सबसे पहले प्रोटेम स्पीकर का चयन होगा, जो नए सांसदों को शपथ दिलाएगा। इस सत्र के पहले तीन दिन में नवनिर्वाचित सदस्य शपथ लेंगे तथा सदन के अध्यक्ष का चुनाव भी किया जाएगा. सत्र तीन जुलाई ्तक चलेगा .संसद का यह सत्र कई मायनों में महत्वपूर्ण होने जा रहा है। 16वीं और 17वीं लोकसभा की तुलना में 18वीं लोकसभा में स्थिति कुछ अलग है।विपक्षी दलों के सांसदों की संख्या 2014 और 2019 की तुलना में अधिक होगी क्योंकि नरेंद्र मोदी के कार्यकाल में यह पहला मौका है जब भाजपा को पूर्ण बहुमत नहीं मिला है। साथ ही राज्यसभा का 264वां सत्र 27 जून से शुरू होकर 3 जुलाई तक चलेगा।
सभा का यह सत्र इस मायने मे भी अहम है कि 26 जून को स्पीकर यानी लोकसभा अध्यक्ष का चयन होगा। सबसे बड़ा सवाल यही है कि इस बार किसे यह जिम्मेदारी दी जाती है? क्या यह पद भाजपा को मिलेगा या एनडीए के किसी घटक दल को जाएगा? लोकसभा स्पीकर के चयन के बाद राष्ट्रपति का भाषण होगा। फिर सदन की कार्यवाही चलती रहेगी।गौरतलब है कि राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू 27 जून को लोकसभा और राज्यसभा की संयुक्त बैठक को संबोधित करेंगी और अगले पांच वर्ष के लिए नई सरकार के कामकाज की रूपरेखा पेश करेंगी.
माना जा रहा है कि है कि प्रधानमंत्री मोदी 27 जून को राष्ट्रपति के अभिभाषण के बाद संसद में अपनी मंत्रिपरिषद के सदस्यों का परिचय देंगे. राष्ट्रपति के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव पर चर्चा के दौरान आक्रामक विपक्ष द्वारा राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) सरकार को विभिन्न मुद्दों पर घेरने की कोशिश की जा सकती है. प्रधानमंत्री संसद के दोनों सदनों में, राष्ट्रपति के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव पर चर्चा का जवाब देंगे.
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