पटना 4 अगस्त (वीएनआई) बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने भी बिहार विधानसभा चुनाव न लड़ने की घोषणा भी कर दी।नीतीश ने बिहार विधानमंडल परिसर में संवाददाताओं से बातचीत में कहा, "मैं विधानसभा चुनाव नहीं लड़ूंगा और अपना वक्त गठबंधन प्रत्याशियों के प्रचार में लगाऊंगा। मैं चुनाव अभियान का नेतृत्व करूंगा।"
नीतीश विधानसभा चुनाव के लिए जनता दल (युनाइटेड)-राष्ट्रीय जनता दल (राजद) गठबंधन की ओर से मुख्यमंत्री उम्मीदवार घोषित किए जा चुके हैं। इस समय वह विधान परिषद के सदस्य हैं।
नीतीश ने कहा, "बिहार को विशेष राज्य का दर्जा नहीं दिया जाना यहां की जनता के साथ धोखा है। जनता को यह समझ लेना चाहिए कि केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार किस तरह उनके साथ धोखा कर रही है। लोकसभा चुनाव में कहा गया था कि बिहार को विशेष दर्जा देंगे और सहायता करेंगे। 15 महीनों में तो कुछ नहीं हुआ। अब संसद में एक मंत्री ने कह भी दिया कि विशेष राज्य का दर्जा नहीं देंगे।"
दूसरी तरफ पूर्व मुख्यमंत्री और आरजेडी अध्यक्ष लालू प्रसाद की पत्नी राबड़ी देवी इस बार होने विधानसभा चुनावो मे चुनाव नही लड़ेंगी पर उनके दोनो बेटे न तेजस्वी यादव और तेजप्रताप यादव विधानसभा चुनाव लड़ेंगे।
सोमवार को बिहार विधानमंडल परिसर में मीडिया से बातचीत करते हुए उन्होंने कहा, 'आगामी चुनाव में तेजप्रताप और तेजस्वी चुनाव मैदान में उतरेंगे। उनके चुनाव लड़ने से रोक है क्या।
बिहार विधान परिषद की कार्यवाही के बाद उन्होंने बताया कि विधानसभा चुनाव को लेकर पार्टी की तैयारी पूरी है. आरजेडी अध्यक्ष लालू प्रसाद की पत्नी राबड़ी ने कहा कि अगामी चुनाव में महागठबंधन की जीत तय है। गठबंधन में शामिल सभी दल अपने काम में लगे हुए हैं। उन्होने कहा कि वे खुद अपनी पार्टी के साथ-साथ गंठबंधन के लिए भी चुनाव प्रचार करेंगी क्योंकि इसमें कोई रोक नहीं है. भाजपा को मुंहतोड़ जवाब दिया जायेगा, बिहार विधानमंडल के कम दिनों के सत्र के सवाल पर उन्होंने कहा कि यह तो सरकार ने तय कर दिया है, पर फिर भी अगर आवश्यकता पड़ी , तो सत्र के दिन बढ़ाये जा सकते हैं.
सनद रहे है कि आगामी विधानसभा चुनाव में राज्य में सत्तारूढ़ जनता दल (युनाइटेड) और आरजेडी मिलकर चुनाव लड़ने की घोषणा कर चुके हैं।