मुबंई. 25 अक्टूबर ( वीएनआई)महाराष्ट्र के मुंबई की वर्ली विधानसभा सीट पर इस बारआदित्य ठाकरे के सामने एकनाथ शिंदे गुट के नेता व पूर्व कॉग्रेस नेता मिलिद देवड़ा खड़े हो सकते हैं. आदित्य ने पिछली बार से क्षेत्र से चुनाव जीता था.
महाराष्ट्र के वर्ली विधानसभा सीट पर शिवसेना बनाम शिवसेना-यूबीटी की लड़ाई देखने को मिल सकती है. दरअसल, एकनाथ शिंदे गुट की शिवसेना ने यहां से राज्यसभा सांसद मिलिंद देवड़ा को उतारने का प्लान तैयार किया है. इस सीट पर उद्धव ठाकरे के बेटे और शिवसेना-यूबीटी के नेता आदित्य ठाकरे (चुनाव लड़ रहे हैं. उन्होंने कल यहा से नामांकन भी दाखिल किया है. मिलिंद देवड़ा ने इसी साल कांग्रेस को छोड़कर शिवसेना ज्वाइन कर लिया था.
आदित्य ठाकरे ने 2019 का विधानसभा चुनाव वर्ली से जीता था. ऐसे में उन्हें अपनी सीट बचानी है. वर्ली विधानसभा सीट दक्षिण मुंबई के अंतर्गत आती है. मिलिंद देवड़ा दो बार से यहां से लोकसभा सांसद रहे हैं. ऐसे में लोकसभा चुनाव के दौरान शिवसेना ने मिलिंद देवड़ा को वर्ली क्षेत्र की जिम्मेदारी दी थी. आदित्य ठाकरे के विधायक के रहने के बावजूद भी शिवसेना-यूबीटी के लोकसभा प्रत्याशी इस विधानसभा क्षेत्र में केवल 6500 वोटों से ही आगे थे. ऐसे में आदित्य ठाकरे और मिलिंद देवड़ा के बीच होने वाली टक्कर काफी दिलचस्प होगी, वहीं, 2019 चुनाव के आंकड़े देखें तो आदित्य ठाकरे ने वर्ली से विधानसभा सीट पर अविभाजित एनसीपी के सुरेश माने को हराया था. आदित्य को वर्ली से 89,248 वोट मिले थे, जबकि उनके मुकाबले माने को महज 21,821 वोट ही प्राप्त हुए थे. 2014 का चुनाव सुनील शिंदे ने जीता था जो कि अब उद्धव ठाकरे गुट में हैं. उन्होंने 60,625 वोट हासिल कर उस चुनाव में एनसीपी प्रत्याशी सचिन अहीर को हराया था
मुंबई की वर्ली विधानसभा सीट पर सबसे पहले चुनाव 1962 में कराए गए थे. यहां शुरुआत में कांग्रेस और फिर अविभाजित शिवसेना का दबदबा देखा गया है. कांग्रेस ने चार बार यह सीट जीती है तो अविभाजित शिवसेना ने छह बार चुनाव जीता है. इस बार का चुनाव अलग परिस्थितियों में होने वाला है, क्योंकि शिवसेना का विभाजन हो गया है. वी एन आई
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