आबुजा,03 जुलाई (शोभना जैन,वीएनआई) नाइजीरिया मे आतंक मचा रहे बोको हराम के आतंकवादियों ने कल रात हिंसा की नई भीषण घटना मे घरों और मस्जिदों पर हमला कर करीब 150 लोगों की हत्या कर दी। प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार आतंकवादियों ने मस्जिदों में नमाज पढ़ते पुरूषों और बच्चों को मार डाला तथा घरों में काम कर रही महिलाओं को गोली मार दी. नाइजीरिया का बोको हराम दुनिया के सबसे खतरनाक आतंकवादी संगठनों में से एक माना जाता है .इसका एजेंडा मौजूदा सरकार का तख़्तापलट कर देश को एक इस्लामिक देश में तब्दील करना है.
मई में राष्ट्रपति मुहम्मदू बुहारी के सत्ता में आने के बाद चरमपंथी समूह का यह सबसे भीषण हमलो मे से एक था। कल के हमले में बोरनो राज्य के तीन दूर दराज वाले गांवों में दर्जनों आतंकवादियों ने धावा बोल दिया और वहां के निवासियों का नरसंहार करने लगे तथा घरों में आग लगा दी। एमनेस्टी इंटरनेशनल के रिपोर्ट के अनुसार वर्ष 2009 के बाद से अब तक इस आतंकी संगठन स्कूली बच्चियो सहित लगभग 17000 लोगो की हत्या कर चुका है.इस आतंकी गुट की स्थापना वर्ष 2002 मे नाजीरिया मे पश्चिमी शिक्षा पद्धति के खिलाफ की गयी थी धीरे धीरे इस आतंकी गुट ने हिंसा की घटनाये अंजाम देकर वहा दहशत मचा दी. वर्ष 2009 से इस की आतंकी मार काट और भीषाण हो गई.
महिलाये और लड़किया इस आतंकी गुट का खास निशाना रहती है.दो वर्ष पर्व पूर्व जेहाद के नाम पर इसने करीब 1 हजार लड़कियों का अपहरण कर लिया था. आतंकवादी नाइजीरिया के बोर्नो प्रांत के गुमसुरी गांव पर धावा बोल बोलने के बाद 35 लोगों की हत्या करने के बाद एक बोर्डिंग स्कूल से 276 लड़कियों को अगवा कर ले गये इस आतंकवादी संगठन ने दावा किया कि इन किशोरियों को इस्लाम कबूल करवाया गया है और जब तक जेल में बंद आतंकियों को रिहा नहीं किया जाता लड़कियों को नहीं छोड़ा जाएगा. आतंकियों ने दावा किया कि अगर उनकी मांग नहीं मानी गई तो लड़कियों को बेच दिया जाएगा. आतंकियों ने लड़कियों को दासी बना लेने का भी दावा किया. दुनिया भर को इस जघन्य घटना को हिला कर रख दिया था.
नवंबर 2011 में जारी की गई अमरीकी कांग्रेस की एक रिपोर्ट के बाद इन हमलों की चर्चा विश्व स्तर पर होने लगी. इस रिपोर्ट में बोको हराम को अमरीका और उसके हितों के लिए उभरता हुआ ख़तरा बताया गया था.
इस रिपोर्ट में कहा गया था कि बोको हराम चरमपंथी सगंठन अल-क़ायदा के साथ संबंध जोड़ने की कोशिश कर रहा है. हालांकि सगंठन ने इस बात को ख़ारिज किया था.गौरतलब है कि मुस्लिम धर्मगुरू मोहम्मद युसूफ़ ने 2002 में बोको हराम का गठन किया.उन्होंने एक धार्मिक कॉम्पलेक्स बनाया जिसमें एक मस्जिद और इस्लामी स्कूल भी बनाया गया.लेकिन बोको हराम का एजेंडा केवल बच्चों को शिक्षा देने से ज्यादा राजनीतिक मक़सद एक इस्लामिक देश का गठन करना था और ये स्कूल जिहादियों को भर्ती करने का ज़रिया बन गए
नाइजीरिया के कई ग़रीब मुस्लिम परिवारों के बच्चों ने भी इस स्कूलों में दाखिले लिए. लेकिन धीरे धीरे इस आतंकी गुट् ने भीषण मारकाट मचानी शुरू कर दी पुलिस स्टेशनों और सरकारी इमारतों पर कई हमले किए. वी एन आई