गूगल प्रमुख के रूप मे भारतीय मूल के सुंदर पिचाई पहुंचे भारत मे, पिता ने कर्ज लेकर बेटे भेजा था अमरीका पढने को

By Shobhna Jain | Posted on 16th Dec 2015 | देश
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नयी दिल्ली 16 दिसंबर ( अनुपमा जैन/वीएनआई)लगभग दो दशक पहले एक अनजाने से भारतीय छात्र के रूप मे अमरीका पढने जा रहे तमिलनाडु के कुशाग्र बुद् आइआइटी ग्रेजुएट सुंदर पिचाई आज जब गूगल के मुख्य कार्यकारी अधिकारी (सीईओ) के रूप मे भारत पहुंचे तो उनकी भारत यात्रा सुर्खियॉ बन गई. अपने दो दिवसीय दौरे पर आज वे भारत पहुंचें, जहा उनका हार्दिक स्वागत किया गया. अगस्त में गूगल सीईओ बनने के बाद 43 वर्षीय सुदंर पिचाई पहली बार भारत आ रहे है.चेन्नई में जन्मे सुंदर पिचाई ने आईआईटी खड़गपुर से इंजीनियरिंग की है. इंजीनियरिंग पूरी करने के बाद सुंदर आगे की पढ़ाई के लिए अमेरिका चले गये थे. अमेरिका में सुंदर ने स्टैनफोर्ड यूनिवर्सिटी से मैटेरियल साइंस में मास्टर्स और व्हार्टन स्कूल से एमबीए की डिग्री हासिल की. सुंदर के पिता को कर्ज लेकर बेटे के लिए एयर टिकट का इंतजाम करना पड़ा था. इंजीनियर पिता और स्टेनोग्राफर मॉ की सन्तान सुंदर का बचपन बेहद सीमित संसाधनो मे बीता लेकिन मपिता के दिशा निर्देश और अपनी मेहनत के बूते पर वे आगेबढते गयेएक भारत मे उनका व्यस्त कार्यक्रम है इस दौरान वे राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से भी मुलाकात करेंगे. इससे पहले सितंबर में अमेरिका यात्रा के दौरान पीएम मोदी ने गूगल मुख्यालय में पिचाई से मुलाकात की थी. यहां पहुंचने के बाद उन्होंने घोषणा की कि रेलटेल की भागीदारी में 100 रेलवे स्टेशनों पर वाय-फाय की व्यवस्था होगी. मुंबई सेंट्रल जनवरी से लाइव होगा. साथ ही गूगल अपना नया परिसर बेंगलुरू मे भी बनायेगी ताकि भारत में उत्पाद बनाये जा सकें पिचाई यहा गूगल कर्मचारियों से भी मुलाकात करेंगे.वे आज केंद्रीय वित्तमंत्री अरुण जेटली और केंद्रीय संचार मंत्री रविशंकर प्रसाद से मिलेंगे. ्जबकि कल वे श्रीराम कॉलेज ऑफ कॉमर्स के विद्यार्थियों से बात करेंगे. शाम को वह राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी की तरफ से दिए गये भोज में हिस्सा लेंगे. वीएनआई
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