नई दिल्ली 09 जुलाई (वीएनआई) दिल्ली में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने आज टीवी पत्रकार अक्षय सिंह के परिवार से उनके दिल्ली स्थित आवास पर मुलाकात की।मुलाकात के बाद शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि वो अक्षय की मौत से जुड़ा सच सामने लाने के लिए हर कोशिश करेंगे।गौरतलब है कि टी वी पत्रकार अक्षय व्यापम घोटाले से जुड़ी खबर कवर करने मध्यप्रदेश के झाबुआ गए थे जहां उनकी संदिग्ध परिस्थितियों में मौत हो गई थी।
दिल्ली में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने आज टीवी पत्रकार अक्षय सिंह के परिवार से मुलाकात की। ।चौहान ने कहा कि \'पत्रकार के परिजन ने सबकुछ खो दिया है. मैंने उनको आश्वस्त किया है कि इसकी जांच निष्पक्ष की जायेगी\' उन्होने कहा कि उनके परिवार को जो भी भी मदद चाहिए वह देंगे। उन्होंने अक्षय की बहन को एमपी भवन में सरकारी नौकरी देने की भी पेशकश की। उल्लेखनीउ है कि 2012 से अब तक इस घोटाले से जुड़े 47 लोगों की मौत हो चुकी है। इन्हीं में पत्रकार अक्षय सिंह भी शामिल हैं जिनकी मौत के बाद मामले में बड़े स्तर पर तूल पकड़ लिया।
अक्षय सिंह के घर पर करीब 30 मिनट तक रुके चौहान ने कहा \'एक मां ने अपना बेटा और एक बहन ने अपना भाई खोया है. मैं एक बेटा और भाई बनकर परिवार के दुख को बांटने की कोशिश करुंगा\', सीएम शिवराज ने अक्षय की बहन को नौकरी की पेशकश लेकिन परिवार ने सीएम के प्रस्ताव को ठुकराते हुए साफ कह दिया की अक्षय की मौत की निपष्क्ष जांच हो। हमें मध्यप्रदेश सरकार से आर्थिक मदद नहीं चाहिए।
उन्होंने यह भी कहा कि अक्षय सिंह के परिवार के लिए मुझसे जो हो सकेगा मैं करूंगा. मैंने परिवार को नौकरी देने के संबंध में बात की है. चौहान ने कहा कि व्यापमं घोटाले का सच सामने लाना मेरे लिये अब मिशन बन गया है. अक्षय का विसरा सैंपल एम्स भेज दिया गया है. सनद रहे कि वर्ष 2012 से अब तक इस घोटाले से जुड़े 35 लोगों की मौत हो चुकी है, जिनमें अक्षय सिंह भी शामिल हैं. अक्षय सिंह की पिछले सप्ताह उस समय रहस्यमय परिस्थितियों में मौत हो गयी थी जब वह झाबुआ निवासी एमबीबीएस छात्र नम्रता डामोर के मामले को कवर करने के लिए गए थे. व्यापमं घोटाला मामले के संबंध में नाम सामने आने के बाद नम्रता मृत पायी गयी थी. मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान बाद में भोपाल के लिए रवाना हो गए.
इससे पूर्व बुधवार को कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह ने भी अक्षय के परिवार से मुलाकात की वहीं, रविवार को अक्षय के अंतिम संस्कार में कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी और दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल शामिल हुए थे. इस घोटाले को लेकर भाजपा विपक्ष के निशाने पर है. विपक्षी पार्टियों ने अक्षय के मौत की स्वतंत्र जांच मध्य प्रदेश के बाहर करवाने की मांग की है. कल सुबह दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल और मनीष सिसोदिया ने भी अक्षय सिंह के परिवार से मुलाकात करके अक्षय सिंह की बहन को नौकरी की पेशकश की थी|