नई दिल्ली 3 जनवरी (वीएनआई) पठानकोट में हुए आतंकी हमले में मारे गए फ़तेह सिंह जाने-माने शूटर थे, पंजाब के गुरदासपुर ज़िले के झंडा गजरन गांव के फ़तेह सिंह बिग बोर शूटर थे.फ़तेह सिंह के बारे में सबसे प्रमुख बात ये है कि वो एक शानदार शूटर थे और उन्होंने 1995 में नई दिल्ली में हुई पहली राष्ट्रमंडल निशानेबाज़ी चैंपियनशिप में 300 मीटर बिग बोर स्पर्धा में टीम स्वर्ण और व्यक्तिगत रजत जीता था.
51 साल के फ़तेह सिंह 2009 में डोगरा रेजिमेंट से सूबेदार मेज़र (ऑनरेरी कैप्टन) पद से रिटायर हुए. रिटायर होने के बाद वह सूबेदार के तौर पर डिफ़ेंस सुरक्षा कोर (डीएससी) में शामिल हुए थे और हाल ही में उनका तबादला पठानकोट हुआ था। डीएससी सेना की एक विशेष यूनिट है, जो रक्षा प्रतिष्ठानों को सुरक्षा देती है, वो अपनी शूटिंग की प्रतिभा का इस्तेमाल युवा खिलाड़ियों को ट्रेनिंग देकर भी करते थे। ऑनरेरी कैप्टन फतेह सिंह पंजाब के झंडे गुज्जरां के रहने वाले थे। शहीद फतेह सिंह का बड़ा बेटा गुरदीप सिंह भी आर्मी में ही है।
नेशनल राइफ़ल एसोसिएशन ऑफ़ इंडिया के अध्यक्ष रनिंदर सिंह ने उनकी मौत पर शोक जताते हुए कहा कि देश ने एक शार्प शूटर खो दिया है. भारत के खेल मंत्री ने भी अपनी संवेदना ट्विटर के माध्यम से दी है।