नई दिल्ली 8 मार्च(सुनील जैन वीएनआई) \"हवा दुखों की जब आई कभी ख़िज़ाँ की तरह, मुझे छुपा लिया मिट्टी ने मेरी माँ की तरह\" , इन पंक्तियो को लिखने वाले मशहूर शायर मुन्नवर राणा कल साहित्य अकादमी के वार्षिक \'साहित्योत्सव\'मे पुरस्कृत किये जायंगे. अकादमी का बहु प्रतीक्षित वार्षिक \'साहित्योत्सव\'कल से यहां शुरू हो रहा है जो कि 14 मार्च 2015 तक चलेगा। इसमे देश भर से विभिन्न भाषाओ के 170 से अधिक लेखक हिस्सा लेंगे. इसी साहित्य उत्सव मे कल 24 भारतीय भा्षाओं के लेखकों को वर्ष 2014 के साहित्य अकादमी पुरस्कार प्राप्त रचनाकारों को पुरस्कृत किया जायेगा। ।इस वर्ष अन्य भारतीय भाषाओं के लेखकों के साथ हिन्दी के लिए श्री रमेशचंद्र शाह, उर्दू के लिए श्री मुनव्वर राना और अंग्रेज़ी के लिए आदिल जसावाला को सम्मानित किया जा रहा है।
अकादमी के सचिव के श्रीनिवासन राव ने यहां एक संवाददाता सम्मेलन मे बताया कि साहित्योत्सव एक सप्ताह तक चलेगा चलेगा सन 1955 मे शुरू हुए अकादमी पुरस्कारों की यह अकादेमी ने अपनी स्थापना के 60 वर्ष पूरे कर लिए हैं। 2014-2015 में इसकी हीरक जयंती मनाई जा रही है और इसी मार्च महीने मे इस समारोह का समापन कार्यक्रम है। कल उदघाटन समारोह की अध्यक्षता साहित्य अकादेमी के अध्यक्ष प्रो. विश्वनाथ प्रसाद तिवारी करेंगे तथा ज्ञानपीठ और साहित्य अकादेमी पुरस्कार से सम्मानित प्रख्यात हिंदी कवि केदारनाथ सिंह समारोह के मुख्य अतिथि होंगे।
उत्सव की कड़ी मे आगामी 10 मार्च को लेखक सम्मिलन होगा, जिसमें पुरस्कृत लेखक अपनी कृतियों और अपने रचनात्मक अनुभवों पर प्रकाश डालेंगे। उसी दिन प्रतिष्ठित अंंग्रेज़ी विद्वान आषीश नंदी ‘क्या हम सांस्कृतिक विविधता की रक्षा करते हैं अथवा सांस्कृतिक विविधता हमारी रक्षा करती है ? - हमारे समय में संस्कृति की राजनीति’ विषय पर विचारोत्तेजक व्याख्यान देंगें.11 मार्च को युवा साहित्य कार्यक्रम का आयोजन किया जा रहा है, जिसमें भारतीय भाषाओं के युवा साहित्यकार अपनी कविता और कहानी का पाठ करेंगे इस अवसर पर वि्शिष्ट अतिथि प्रसिद्ध हिंदी लेखिका चित्रा मुदगल होंगी। अकादेमी के उपाध्यक्ष श्री चंद्रशेखर कंबार समाहार वक्तव्य देंगे। इसमें दो सत्र कविता पाठ के और एक सत्र कहानी पाठ का होगा। कहानी पाठ सत्र की अध्यक्षता प्रसिद्ध कहानीकार अब्दुल बिस्मिल्लाह कर्रेगे और कविता पाठ के सत्रों की अध्यक्षता डाॅ. मैनेजर पांडेय और विष्णु नागर करेंगे. आगामी 11 मार्च को आमने-सामने कार्यक्रम के अंतर्गत अकादेमी पुरस्कार से सम्मानित छह भा्षाओं के लेखकों से जाने-माने लेखक और विद्वान बात करेंगे ये पुरस्कृत लेखक हैं-असमिया लेखिका अरूपा पतंगीया कलिता, हिन्दी लेखक रमे्शचंद्र शाह, मराठी लेखक जयंत विष्णु नारलीकर, पंजाबी कवि जसविंदर, तेलुगू आलोचक राचपालेम चंद्रशेखर रेडडी और उर्दू शायर मुनव्वर राणा.
श्री श्रीनिवास राव ने बताया कि 12 मार्च को विषय \'भारत की अलिखित भाषायें \' पर परिसंवाद होगा तथा 12 से 14 मार्च तक \'भारतीय कथा साहित्य के क्षेत्र और राष्ट्र\' विषय पर अकदमी द्वारा तीन दिवसीय राष्ट्रीय संगोष्ठी आयोजित की जायेगी, इसी दौरान एक अन्य कार्यक्रम\'पूर्वोत्तरी\' जो कि 13 मार्च को होगा, 14 मार्च को \'बाल साहिती\' कार्यक्रम आयोजित किये जायंगे.वी एन आई