पटना, 1 सितंबर (अनुपमाजैन,वीएनआई) मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने प्रधान मंत्री नरेन्द्र मोदी के आज भागलपुर रैली मे उन पर, सोनिया गांधी, तथा लालू प्रसाद यादव पर किये गये हमले पर पलटवार करते हुए पीएम मोदी पर जनता के बीच भ्रम में फैलाने का आरोप लगाया. उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री को बिहार की चिंता करने की जरुरत नहीं है. राज्य विकास के राह पर चल रहा है . आज उन्होने पी एम मोदी की रैली के बाद श्री मोदी द्वारा लगाये गये आरोपो को साफ तौर पर खारिज करते हुए कहा कि राज्य विकास के राह पर चल रहा है और चलता रहेगा.उन्होने कहा कि आज की रैली में पीएम मोदी विचलित दिखाई दे रहे थे. पीएम विशेष पैकेज पर सफाई नहीं दे पाये्कुओंकि यह पैकेज दर असल पुरानी योजनाओ के लिये दिये गये धन की ही पैकेजिंग है उन्होंने कहा कि चुनाव के मद्देनजर एनडीए माहौल बनाने की कोशिश कर रही है और इसी कड़ी में आज रैली आयोजित की गयी थी. मुख्यमंत्री ने कहा कि अपने संबोधन के दौरान प्रधानमंत्री ने जो कुछ भी कहा उसमें तथ्यों की कमी साफ तौर पर दिखाई दिया.
श्री नीतीश कुमार ने पीएम नरेंद्र मोदी की परिवर्तन रैली के बाद आज शाम में नीतीश कुमार ने उनके आरोपों का जवाब दिया. संवाददाता सम्मेलन के उन्होंने केंद्र सरकार की नीतियों की जमकर आलोचना की. साथ ही उन्होंने अपने कार्यों व योजनाओं पर भी प्रकाश डालते हुए कहा कि उन्हें किसी से सर्टिफिकेट लेने की आवश्यकता नहीं है. उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री कह रहे थे कि दिल्ली के खजाने से वे पैसा दे रहे हैं, क्या ऐसा कोई विकल्प केंद्र के पास है. क्या संवैधानिक व्यवस्था में ऐसा कोई विकल्प है कि बिहार को पैसा न दें. केंद्र सरकार का यह दायित्व है, उनको हमारे हक का ये पैसा देना ही है.
राममनोहर लोहिया के चेले कहे जाने पर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने आपत्ति जाहिर करते हुए कहा कि हम लोग आदर के साथ उन्हें लोहिया जी कहते हैं और पीएम मोदी ने लोहिया कह कर उनका अपमान किया है. लोहिया, जेपी के चेले-चपाटे बोल रहे थे. हम लोग उनके चेले-चपाटे हैं. आप बताइए आप किसके हैं बिहार पैकेज को ले कर प्रधान मंत्री की आज की टिप्पणियो पर कहा कि बिहार में जो योजनाएं चल रही हैं, उनके साथ ही अन्य योजनाओं के क्रियान्वय के लिये हम क्या करने वाले हैं, इसकी जानकारी हम पहले ही दे चुके हैं. उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री का दावा खोखला है. हमारे देश के संघीय व्यवस्था में इसका प्रावधान है. केंद्र के टैक्स का विभाजन राज्यों के बीच होता है, ये केंद्र की कृपा नहीं हमारी हक है. नीतीश ने कहा, वित्त समिति की अनुशंसा को लागू करने से भी बिहार को पांच साल में नुकसान भी होने वाला है.उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री कह रहे थे कि दिल्ली के खजाने से दे रहे हैं, क्या ऐसा कोई विकल्प केंद्र के पास है क्या. संवैधानिक व्यवस्था में ऐसा विकल्प है कि बिहार को ऐसा पैसा न दें. केंद्र सरकार का यह दायित्व है, उनको हमारे हक का ये पैसा देना ही है.
इससे पहले नीतीश ने अपने ट्वीट में कहा, मोदी जी, रोज नये वायदों को लेकर बयानबाजी बंद करने के साथ ही अपने पुराने वायदों को नहीं निभाने की बात को स्वीकार किया जाना चाहिए. मुख्यमंत्री ने आगे ट्वीट कर कहा कि पीएम मोदी जी नैतिक साहस दिखाते हुए अपने वायदों को नहीं पूरा करने की बात स्वीकार करने के साथ ही अप्रिय बयानबाजी को बंद कर दें और बिहार की परेशान जनता का सम्मान करें. इसके साथ ही उन्होंने पीएम मोदी से साहस दिखाकर डीएनए, बीमारु राज्य एवं दुर्भाग्यशाली जनता जैसे शब्द को वापस लेने की मांग की है.वी एन आई