नई दिल्ली, 3 मई (वीएनआई) देश की तीनों सशस्त्र सेना चिकित्सा सेवा (DGAFMS) की पहली महिला महानिदेशक बन सर्जन वाइस एडमिरल आरती सरीन ने इतिहास रच दिया है।
सशस्त्र बलों के चिकित्सा विंग में 46वें DGAFMS के रूप में उनकी नियुक्ति उनके शानदार 38 साल के करियर में एक शानदार उपलब्धि है। इसके साथ ही सर्जन वाइस एडमिरल आरती ने ये इतिहास रच कर देश भर की बेटियों और महिलाओं का मान बढ़ाकर उन्हें प्रेरित किया है। उन्होंने अपने पूरे करियर के दौरान कई प्रतिष्ठित शैक्षणिक और प्रशासनिक पद संभाले। उन्होंने आर्मी हॉस्पिटल (आर एंड आर) और कमांड हॉस्पिटल सदर्न कमांड में प्रोफेसर और रेडिएशन ऑन्कोलॉजी के प्रमुख के रूप में काम किया।
गौरतलब है दिसंबर 1985 में सर्जन वाइस एडमिरल आरती सरीन सशस्त्र सेना चिकित्सा सेवा में कमीशनिंग हुई। पुणे में सशस्त्र बल चिकित्सा महाविद्यालय से पढ़ाई पूरी करने वाली सरीन ने रेडियोडायग्नोसिस में एमडी की डिग्री प्राप्त करने के साथ मुंबई के टाटा मेमोरियल अस्पताल से रेडिएशन ऑन्कोलॉजी में डिप्लोमेट ऑफ़ नेशनल बोर्ड की डिग्री भी प्राप्त की। उन्होंने पिट्सबर्ग विश्वविद्यालय में गामा नाइफ सर्जरी में भी ट्रेनिंग प्राप्त की है।
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