नई दिल्ली, 13 दिसम्बर (वीएनआई)| लोग अब भ्रष्टाचार, काले धन से छुटकारा चाहते हैं इसलिए यह समय लोगों की इच्छाओं और जरूरतों को समझ कर एक नीति तैयार करने का है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज उद्योग संगठन फिक्की की यहां सालाना आम सभा (एजीएम) को संबोधित करते हुए यह बातें कही। मोदी ने कहा कि आजादी के 70 साल बीत चुके हैं और इतने समय में हमने ऐसी व्यवस्था बनाई है कि गरीब लोगों या दबे कुचले लोगों को सरकार से लड़ना पड़ता है। अगर उसे कोई बैंक खाता खोलना, गैस कनेक्शन लेना हो, पेंशन पाना हो, तो उसे कदम-कदम पर सिस्टम से लड़ना पड़ता है। लोग अब भ्रष्टाचार, काले धन से छुटकारा चाहते हैं। इसलिए यह समय लोगों की इच्छाओं और जरूरतों को समझ कर एक नीति तैयार करने का है। उन्होंने कहा, "मेरी सरकार इस प्रणाली को खत्म करने की लड़ाई लड़ रही है। यह न केवल पारदर्शी है, बल्कि यह संवेदनशील भी है। इसलिए जब हमने 'जन धन योजना' की शुरुआत की थी, तो इसे जबरदस्त प्रतिक्रिया मिली। लेकिन जब हमने इसे शुरू किया था, तो हमें पता नहीं था कि हम कितने खाते खोलने जा रहे हैं। ऐसा कोई अनुमान नहीं लगाया गया था। हम बस यह जानते थे कि गरीब लोगों को खाता खोलने की सुविधा देनी है। उन्होंने कहा कि सरकार लोगों के जीवन को आसान बनाने के लिए योजनाएं बना रही है।
प्रधानमंत्री ने कहा, हम लोगों के जीवन को आसान बनाने के लिए योजनाएं बना रहे हैं। जैसे कि हमने गरीब महिलाओं को धुएं से निजात दिलाने के लिए 'उज्जवला योजना' की शुरुआत की। एक अध्ययन से यह जानकारी मिली है कि उन क्षेत्रों में ईधन की महंगाई कम हो गई, जहां इस योजना को लागू किया गया। मोदी ने कहा, "स्वच्छ भारत अभियान के तहत 5 करोड़ शौचालयों का निर्माण किया गया। हमने प्रधानमंत्री आवास योजना बनाई ताकि गरीबों को घर मिल सके।" फिक्की के इस एजीएम की थीम 'नए भारत में भारतीय कारोबार' है। इस एजीएम को वित्त मंत्री अरुण जेटली और रक्षा मंत्री निर्मला सीतारमण के अलावा वरिष्ठ कांग्रेसी नेता ज्योतिरादित्य सिंधिया भी संबोधित करेंगे।
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