मुंबई, 9 दिसम्बर | बीते सप्ताह शेयर बाजारों में तेजी दर्ज की गई, जिसमें सकारात्मक वैश्विक संकेतों की प्रमुख भूमिका रही। सप्ताह के पांच कारोबारी सत्रों में तीन में तेजी दर्ज की गई और सेंसेक्स इस हफ्ते 33,000 अंकों के मनोवैज्ञानिक स्तर को पार कर बंद हुआ। साप्ताहिक आधार पर सेंसेक्स 417.36 अंकों या 1.27 फीसदी के तेजी के साथ 33,250.30 पर तथा निफ्टी 143.85 अंकों या 1.42 फीसदी की तेजी के साथ 10,265.65 पर बंद हुआ। बीएसई का मिडकैप सूचकांक 287.09 अंकों या 1.71 फीसदी की बढ़ोतरी के साथ 17,044 पर तथा स्मॉलकैप सूचकांक 5.95 अंकों या 0.06 फीसदी की तेजी के साथ 10,127.75 पर बंद हुआ।
सोमवार को शेयर बाजारों की कमजोर शुरुआत हुई और इंट्राडे कारोबार में उतारचढ़ाव का रुख रहा। इस दिन सेंसेक्स 36.78 अंकों या 0.11 फीसदी की बढ़ोतरी के साथ 32,869.72 पर और निफ्टी 5.95 अंकों या 0.06 फीसदी की बढ़ोतरी के साथ 10,127.75 पर बंद हुआ। मंगलवार को सेंसेक्स 67.28 अंकों या 0.2 फीसदी की गिरावट के साथ 32,802.44 पर तथा निफ्टी 9.50 अंकों या 0.09 फीसदी की गिरावट के साथ 10,118.25 पर बंद हुआ। बुधवार को भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) द्वारा मौद्रिक नीति समीक्षा में प्रमुख ब्याज दरों को यथावत रखने की घोषणा के बाद सेंसेक्स में 205.26 अंकों या 0.63 फीसदी की गिरावट दर्ज की गई और यह 32,597.18 पर बंद हुआ, जबकि निफ्टी 74.15 अंकों या 0.73 फीसदी की गिरावट के साथ 110,044.10 पर बंद हुआ। गुरुवार को बाजार में तेजी वापस लौटी और सेंसेक्स 352.03 अंकों या 1.08 फीसदी की तेजी के साथ 32,949.21 पर बंद हुआ तथा निफ्टी 122.60 अंकों या 1.22 फीसदी की तेजी के साथ 10,166.70 पर बंद हुआ। शुक्रवार को सकारात्मक वैश्विक संकेतों के कारण सेंसेक्स 301.09 अंकों या 0.91 फीसदी की तेजी के साथ 33,250.30 पर तथा निफ्टी 98.95 अंकों या 0.97 फीसदी की बढ़ोतरी के साथ 10,265.65 पर बंद हुआ।
बीते सप्ताह सेंसेक्स के तेजी वाले शेयरों में - रिलायंस इंडस्ट्रीज (1.22 फीसदी), स्टेट बैंक ऑफ इंडिया (0.19 फीसदी), एचडीएफसी बैंक (1.74 फीसदी), एक्सिस बैंक (1.66 फीसदी), आईसीआईसीआई बैंक (1.74 फीसदी), टाटा मोटर्स (2.98 फीसदी), मारुति सुजुकी (5.03 फीसदी), भारती एयरटेल (8.02 फीसदी), इंफोसिस (4.49 फीसदी) प्रमुख रहे। व्यापक आर्थिक मोर्चे पर निक्केई इंडिया सर्विसेज पर्चेजिंग मैनेजर्स सूचकांक में नवंबर में गिरावट दर्ज की गई और यह 48.5 पर रही, जबकि अक्टूबर में यह 51.7 पर थी। इस सूचकांक में 50 से ऊपर का अंक तेजी और 50 से कम अंक गिरावट के संकेत है। भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) ने बुधवार को वित्तवर्ष 2017-18 की अपनी पांचवीं द्विमासिक मौद्रिक समीक्षा में बढ़ती महंगाई का हवाला देते हुए प्रमुख ब्याज दरों में कोई बदलाव नहीं किया है। केंद्रीय बैंक ने पुनर्खरीद दर या वाणिज्यिक बैंकों के लिए अल्पकालिक ऋण दर (रेपो रेट) छह फीसदी पर बनाए रखा है। इसी तरह रिवर्स रेपो रेट भी 5.75 फीसदी पर बरकरार रखा गया है। वैश्विक मोर्चे पर, चीन में सेवा क्षेत्र में नवंबर में तेजी दर्ज की गई। काईशिन चायना सर्विसेज पर्जेजिंग मैनेजर्स सूचकांक नवंबर में 51.9 पर रही, जबकि अक्टूबर में यह 51.2 पर थी। जापान की अर्थव्यवस्था में जुलाई-सितंबर तिमाही में तेजी दर्ज की गई और शुक्रवार को जारी सरकारी आंकड़े में इसकी रफ्तार 2.5 फीसदी दर्ज की गई। अमेरिका का सर्विसेज पीएमआई नवंबर में 53.8 पर रहा, जोकि अक्टूबर में 55 पर था।
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