नई दिल्ली, 8 अप्रैल (वीएनआई)| प्रधानमंत्री मोदी ने सूक्ष्म, लघु और मझौले उद्यम (एमएसएमई) क्षेत्र को संतोषजनक प्रोत्साहन देने के लिए केंद्र सरकार की मुद्रा योजना की सराहना करते हुए रविवार को कहा कि यह देश में बदलाव लाने के लिए काफी अहम है।
प्रधानमंत्री मुद्रा योजना की शुरुआत 2015 में की गई थी। इसका मकसद उन उद्यमियों की मदद करना है, जो या तो कारोबार के आरंभिक दौर में हैं, या जिनके पास अपने कारोबार को चलाने के लिए कम पूंजी है। पीएमएमवाई को शुरू हुए आज तीन साल पूरे होने पर मोदी ने ट्वीट कर अपनी खुशी जाहिर की और कहा कि इस क्षेत्र में आगे विकास की रफ्तार को बनाए रखने के लिए उनकी सरकार की ओर से सिलसिलेवार सुधार के कदम उठाए जा रहे हैं।
मोदी ने कहा, "मुद्रा योजना के माध्यम से एमएसएमई क्षेत्र को संतोषजनक प्रोत्साहन मिल रहा है। एमएएसएमई ऐसा क्षेत्र है, जिसका भारत में बदलाव लाने के लिए काफी अहमियत है और हमारी सरकार इस क्षेत्र के विकास को बनाए रखने के लिए श्रृंखलाबद्ध सुधार के कदम उठा रही है। उन्होंने कहा कि मुद्रा योजना युवाओं और महिलाओं में उद्यम और आत्मविश्वास की भावना बढ़ा रही है। गैर-कॉरपोरेट, गैर-कृषि लघु व सूक्ष्मा उद्यमों को 10 लाख रुपये तक कर्ज प्रदान करने के लिए इस योजना की शुरुआत की गई थी। उन्होंने कहा, मुद्रा योजना के लाभार्थियों में काफी संख्या में अनुसूचित जाति, अनुसूचित जनजाति और अन्य पिछड़ा वर्ग की महिलाएं व युवा शामिल हैं, जोकि प्रशंसनीय है। उन्होंने कहा कि नागरिकों की आकांक्षाओं को प्रोत्साहन प्रदान करने और युवाओं की उद्यमी ऊर्जा का उपयोग करने के लिए पीएमएमवाई शुरू की गई थी।
मोदी ने कहा, मैं यह देखकर प्रसन्न हूं कि मुद्रा योजना से अनेक लोगों के जीवन में कितनी समृद्धि आई है। प्रधानमंत्री ने योजना के लाभार्थियों को आमंत्रित करने और उनकी सफलता की कहानी साझा करने की इच्छा जताई और कहा कि वह कुछ लाभार्थियों से अपने आवास पर 11 अप्रैल को मिलेंगे।उन्होंने कहा, "सोशल मीडिया के प्यारे मित्रों, मुद्रा योजना की सफलता की कहानियां जो आप जानते हैं, उनके बारे में मुझसे साझा करें। ऐसी कहानियां साझा करने वाले सोशल मीडिया जगत के कुछ मित्रों से मैं मिलना पसंद करूंगा।"
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