नई दिल्ली, 11 मार्च, (वीएनआई) प्रधानमंत्री मोदी ने आज स्वामी चिद्भवानंद की भगवद गीता का किंडल वर्जन दिल्ली में लॉन्च करते हुए कहा कि गीता से प्रेरित व्यक्ति हमेशा लोकतांत्रिक होगा।
प्रधानमंत्री मोदी ने इस कार्यक्रम में वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए हिस्सा लेते हुए कहा, युवाओं में ई-बुक्स बहुत प्रसिद्ध होते जा रहे हैं। यह कोशिश गीता के विचार से अधिक से अधिक युवाओं को जोड़ने का काम करेगी। उन्होंने कहा, गीता हमें सोचने पर मजबूर करती है। गीता हमें सवाल करने के लिए प्रेरित करती है। यह बहस करने को प्रोत्साहित करती है और हमारे दिमाग को खुला रखती है। गीता से प्रेरित कोई भी व्यक्ति हमेशा से दयालु और लोकतांत्रिक होगा।
प्रधानमंत्री मोदी ने आगे कहा, भगवद गीता में जीवन जीने का पूरा सार है। भगवद गीता एक सटीक मार्गदर्शक के रूप में हमें जीने के सही तरीकों के बारे में बताती है। उन्होंने कहा, हमारे लोगों ने जिस तरह कोरोना के खिलाफ लड़ाई, लोगों की उत्कृष्ट भावना और हमारे नागरिकों का साहस सभी को देखना चाहिए है। इसके पीछे गीता की झलक दिखती है। उन्होंने अर्जुन की तुलना स्वास्थ्यकर्मियों से और अस्पतालों की तुलना युद्ध के मैदान से की है। उन्होंने कहा, मैं खासकर से अपने युवा साथियों से भगवद् गीता पर एक नजर डालने की अपील करता हूं। गीता के उपदेश बेहद व्यावहारिक और भरोसेमंद हैं। उन्होंने कहा, गीता युवाओं के तेज-तर्रार जीवन के बीच में शांति प्रदान करती है। हम मानवता की मदद करने के साथ ही उन्हें स्वस्थ करने की भी चाहत रखते हैं। गीता हमें यही सिखाती है।