बीजिंग, 10 जून (वीएनआई)| भारतीय प्रधानमंत्री मोदी ने आज आतंकवाद के खिलाफ एक क्षेत्रीय मोर्चा बनाने की अपील की और अफगानिस्तान में अशांति के प्रयासों की निंदा की।
अफगानिस्तान पड़ोसी पाकिस्तान पर अपने क्षेत्र में संकट पैदा करने का आरोप लगाता है। चीन के शहर किंगदाओ में शंघाई सहयोग संगठन (एससीओ) के शिखर सम्मेलन के सत्र में मोदी ने कहा कि अफगानिस्तान में बदतर होती स्थिति आतंकवाद का 'दुर्भाग्यपूर्ण उदाहरण' है। भारत व अफगानिस्तान अपने देश में आतंकवादी हमले की साजिश पाकिस्तान में रचे जाने का आरोप लगाते हैं।
मोदी ने कहा, सभी देशों को अफगानिस्तान के राष्ट्रपति अशरफ गनी द्वारा शांति के लिए उठाए गए साहसिक कदम का सम्मान करना चाहिए। उन्होंने कहा कि यह सुनिश्चित करना हमारी साझा जिम्मेदारी है कि अफगानिस्तान की संप्रभुता और सुरक्षा को जोखिम में डालने वाले कारणों को दोहराया नहीं जाए।मोदी ने संपर्क परियोजनाओं के बारे में भी बात की और कहा कि भारत ऐसे सभी कार्यक्रमों के लिए है, जो देश की संप्रभुता व क्षेत्रीय अखंडता को सम्मान देता है। भारत चीन की बेल्ट एंड रोड परियोजना का विरोध करता है, जिसका एक प्रमुख हिस्सा पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर से गुजरता है। भारत कश्मीर पर अपना दावा करता है। मोदी ने कहा, हम फिर से एक स्थिति में पहुंचे हैं, जहां भौतिक व डिजिटल संपर्क भूगोल की परिभाषा बदल रहे हैं। इसलिए हमारे पड़ोस व एससीओ क्षेत्र में संपर्क हमारी प्राथमिकता है।
मोदी ने कहा, हम किसी भी नई संपर्क परियोजना का स्वागत करते हैं, जो समावेशी, सतत व पारदर्शी है और देश की संप्रभुता व क्षेत्रीय अखंडता का सम्मान करता है। उन्होंने कहा, अंतर्राष्ट्रीय उत्तर-दक्षिण परिवहन गलियारे, चाबाहार बंदरगाह के विकास में भारत की सक्रिय भागीदारी हमारी प्रतिबद्धता दिखाती है। उन्होंने क्षेत्रीय सुरक्षा के बारे में भी बात की। उन्होंने अंग्रेजी के सेक्योर (सुरक्षित) की एक विस्तृत व्याख्या प्रस्तुत की। इसमें 'एस' से सिक्युरिटी (सुरक्षा), 'ई' से इकॉनॉमिक डेवलपमेंट (आर्थिक विकास), 'सी' कनेक्टिविटी (क्षेत्रीय संपर्क), 'यू' से यूनिटी (एकता), 'आर' से रिस्पेक्ट ऑफ सॉवरेनटी एंड इंटीग्रिटी (संप्रभुता व अखंडता का सम्मान) और 'ई' से एनवायरमेंट प्रोटेक्शन (पर्यावरण संरक्षण) परिभाषित किया।
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