नई दिल्ली, 19 नवंबर, (वीएनआई) तीन नए कृषि कानूनों को लेकर किसानो और केंद्र सरकार के बीच लम्बे समय से चल रहे संघर्षपूर्ण आंदोलन पर आज प्रधानमंत्री मोदी ने प्रकाश पर्व के अवसर पर सुबह 9 बजे राष्ट्र को संबोधित करते हुए तीनों कृषि कानूनों को वापस लेने का ऐलान किया है।
प्रधानमंत्री मोदी ने अपने संबोधन में कहा कि हमने किसानों और कृषि की हालत को सुधराने के लिए नए कृषि कानून लेकर आए थे, जिससे खासकर के छोटे किसानों का भला हो। इस कानून को लाने से पहले इसकी संसद में चर्चा हुई थी। देश के किसानों, संगठनों ने इसका स्वागत भी किया था और समर्थन भी किया था, जिसके लिए मैं सभी का बहुत बहुत आभारी भी हूं लेकिन साथियों हमारी सरकार किसानों के कल्याण के लिए देश के कृषि जगत के हित में, गांव, गरीब के हित में पूर्ण समर्थन भाव से, नेक नियत से ये कानून लेकर आई थी लेकिन इतनी पवित्र बात हम पूर्ण रूप से कुछ किसानों को समझा नहीं पाए, हमने उनसे बातचीत करने की भी कोशिश की और हर तरह से इन कानून का महत्व समझाने का प्रयास किया लेकिन हम उन्हें समझा नहीं पाए, ये मामला सुप्रीम कोर्ट भी गया। इसलिए अब हमने कृषि कानूनों को वापस लेने का फैसला लिया है। साथ ही प्रधानमंत्री मोदी ने कानून के खिलाफ प्रदर्शन करे रहे किसानों से अपील की है कि वो अब अपने अपने घर लौटे, खेत में लौटें, परिवार के बीच लौटें और सब मिलकर एक नई शुरुआत करते हैं।