नई दिल्ली,11 जुलाई ( अर्चनाउमेश/वीएनआई)सुबह किसी पार्क या खुले मैदान् मे लोगो को तालियॉ बजाते हुए देख कर शायद कुछ लोग चौंकते होंगे , लेकिन ज़रुरी नहीं कि वे ख़ुशी प्रगट करने के लिये ताली बजा रहे है दरअसल, आप ख़ुद को सेहतमंद रखने के लिये भी ताली बजा सकते हैं, और यह प्रचलन इन दिनो तेजी से बढ रहा है। जानकारो के अनुसार ताली बजाने से न सिर्फ रोगों के आक्रमण से रक्षा होती है बल्कि कई रोगों का इलाज भी हो जाता है। हाथों से नियमित रूप से ताली बजाकर कई रोग दूर किये जा सकते हैं। प्रतिदिन यदि नियमित रूप से कम से कम 1 या 2 मिनट ताली बजाई जाए तो यह भी व्यायाम या आसन है । लगातार ताली बजाने से मानव शरीर में रोग प्रतिरोधक शक्ति की वृद्घि होती है जिससे शरीर रोगों के आक्रमण से बचने की क्षमता प्राप्त कर लेता है।कहा जाता है कि ताली बजाते हुए दो हाथों की आवाज़ सुबह के संगीत की तुलना में अधिक प्रभावशाली होती है।
एक्यूप्रेशर चिकित्सा पद्धति के अनुसार मनुष्य को हाथों में पूरे शरीर के अंग व प्रत्यंग के दबाव बिंदु होते हैं जिनको दबाने पर सम्बंधित अंग तक खून व ऑक्सीजन का प्रवाह पहुंचने लगता है और धीरे-धीरे वह रोग ठीक होने लगता है। ताली इन सभी दबाव बिंदुओं को दबाने का सबसे सरल तरीका होता है ।
दोनों हाथों से ताली बजाने से बाएं हथेली के फेंफड़े, लिवर, गॉल ब्लैडर, गुर्दे,, छोटी और बड़ी आंत तथा दाएं हाथ की अंगुली के साइनस के दबाव बिंदु दबते हैं। इससे शरीर के इन अंगों तक सही तरह से रक्त प्रवाह होने लगता है। लगातार ताली बजाने से खून में सफेद कणों को शक्ति मिलती है जिससे शरीर को बीमारियों से लड़ने की ताक़त मिलती है। कुछ लोगो का यह भी मानना है कि इससे ऑखो की रोशनी मजबूत होती है, यही नही ऑख की कई बीमारियों के ईलाज मे भी इसे फायदेमंद माना गया है. वी एन आई