नई दिल्ली, 15 अक्टूबर, (वीएनआई) रक्षामंत्री राजनाथ सिंह द्वारा सीमा को जोड़ने वाले 44 पुलों के उद्घाटन के बाद चीन द्वारा इस प्रोजेक्ट पर जताई जा रही आपत्ति पर भारत ने उसे दो टूक जवाब दिया है।
भारत के विदेश मंत्रालय ने ड्रैगन से साफ शब्दों में कहा कि उसे हमारे आंतरिक मामलों में टिप्पणी करने का कोई अधिकार नहीं है। विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अनुराग श्रीवास्तव ने कहा कि केंद्र शासित प्रदेश लद्दाख, जम्मू और कश्मीर भारत के अभिन्न अंग रहे हैं और रहेंगे। अरुणाचल प्रदेश पर हमारी स्थिति भी कई बार स्पष्ट की गई है। अरुणाचल प्रदेश भारत का एक अभिन्न और अविभाज्य अंग है। इस तथ्य को कई अवसरों पर चीनी पक्ष को भी स्पष्ट रूप से अवगत कराया गया है, जिसमें टॉप लेवल का नेतृत्व भी शामिल है।
उन्होंने आगे कहा सरकार लोगों की आजीविका, आर्थिक कल्याण में सुधार के लिए बुनियादी ढांचा बनाने पर ध्यान केंद्रित कर रही है। आर्थिक स्थिति को अच्छी करने और भारत की सुरक्षा, रणनीतिक आवश्यकताओं को पूरा करने के लिए सीमावर्ती क्षेत्रों का विकास जरूरी है। जिस पर सरकार काम कर रही है।
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