नई दिल्ली, 10 जून (अनुपमाजैन/वीएनआई) ऐसे दौर मे जब आये दिन विधायको और सॉसदो के वेतनमान बढने की खबर आती हो, एक खबर उससे अलग हट कर .पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी का वेतन प्रति माह केवल मात्र 8 हजार रुपये भर हैं. यह वेतनमान वाम मोर्चा शासन के दौरान से ही चला आ रहा है. इसमें कोई वृद्धि नहीं हुई है. जानकारी के अनुसार सुश्री बनर्जी देश मे सबसे कम वेतन पाने वाली मुख्य मंत्री है.
गौरतलब है कि राष्ट्रपति से लेकर प्रधानमंत्री तक वेतन केंद्र सरकार द्वारा निर्धारित किया जाता है. सॉसदो के वेतन व अन्य सुविधाएं सभी राज्यों के लिए एक हैं, लेकिन मुख्यमंत्री व विधायकों का वेतन व भत्ता प्रत्येक राज्यों में अलग-अलग है. विधानसभा की अनुमति से राज्य सरकार इसे निर्धारित करती है. विधायकों के वेतन व भत्ते के मामले में भी पश्चिम बंगाल अन्य राज्यों से काफी पीछे है. विधानसभा में उपस्थिति के लिए प्रत्येक दिन विधायकों को भत्ता मिलता है.
वाम मोर्चा के शासनकाल में विधायकों को प्रतिदिन 750 रुपये भत्ता मिलता था. 2011 में तृणमूल कांग्रेस की सरकार के गठन के बाद विधायकों के भत्ते में 250 रुपये वृद्धि की गयी. फिलहाल राज्य के विधायकों को विधानसभा में उपस्थिति के लिए प्रत्येक दिन 1000 रुपये भत्ता मिलता है. सूत्रो के अनुसार जहा अन्य राज्यो के म्य्ख्य मंत्रियो के वेतन खासे अच्छे है जबकि पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी का वेतन प्रति माह मात्र 8 हजार रुपये हैं. यह वेतनमान वाम मोरचा शासन के दौरान से ही चला आ रहा है.इसमें कोई वृद्धि नहीं हुई है.
प.की बाद बंगाल त्रिपुरा मुख्य मंत्री का स्थान इस तालिका मे है उन्हे 9,200 रूपये तथा दिल्ली मुख्य मंत्री को 20,000 रूपये का वेतन मिलता है
जानकारी के अनुसार अन्य राज्यो मे पंजाब के मुख्य मंत्री को 1,00,000 रूपये,बिहार के मुख्य मंत्री को 99,500,महाराष्ट्र के मुख्य मंत्री को 97,000, झारखंडके मुख्य मंत्री को 95,000 जम्मू कश्मीर के मुख्य मंत्री को 90,000 तथा ओड़िशा केमुख्य मंत्री को 59,000 रूपये वेतन मिलता है.वी एन आई