नयी दिल्ली 19 -10-2018,सुनील कुमार ,वी एन आई
अजीब बात है की रावण जलाने से पहले उसे हम उसे बनाते हैं
रावण वध के बाद लंका सुनसान थी, कहीं भी दिया नहीं जल रहा था ,सिवाय विभीषण के घर के
वाकिफ तो था रावण अपने अंजाम से ,पर जिद थी उसे जीने की अपने अंदाज से
बिना भाई के साथ के रावण हार सकता है
भाई के साथ से राम जीत सकते हैं
तब कोशिश करें परिवार न टूटे
अति अहंकार की वजह से रावण मारा गया ,इस लिए अति से बचें
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