नई दिल्ली,९ नवंबर (वी एन आई)पूर्व वायुसेना प्रमुख एसपी त्यागी को आज ऑगस्ता वेस्टलेंड चॉपर घोटाला में कथित तौर पर रिश्वत लेने के मामले में सीबीआई ने गिरफ्तार कर लिया.
पूर्व एयर चीफ मार्शल से सीबीआई पहले कई बार पूछताछ कर चुकी है. ऐसा आरोप है कि इस सौदे को मूर्त रूप देने के लिए भारतीय अधिकारियों और नेताओं को घूस दी गई थी.त्यागी पर आरोप है कि उन्होंने चॉपर करार को मूर्त रूप देने के लिए इसका फ्लाइंग सीलिंग 6000 मीटर से घटाकर 4500 मीटर करने में मदद की थी. सीबीआई ने इस मामले मे वकील गौतम खेतान और संजीव त्यागी को भी गिरफ्तार किया है. त्यागी पर 3600 करोड़ रुपये के चॉपर सौदे को एंग्लो-इटैलियन कंपनी अगस्ता वेस्टलैंड को दिलवाने का आरोप है.
इससे पहले प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने भी 'प्रिवेंशन ऑफ मनी लॉन्ड्रिंग एक्ट' के तहत त्यागी को समन भेजा गया है. पूर्व वायु सेना प्रमुख ने कथित तौर पर सीबीआई के सामने पहले यह कबूल किया था कि वे सौदे के बिचौलिए गुइडो राल्फ हैश्के से मिले थे. एसपी त्यागी को मामले में बीते साल भी सीबीआई तलब कर चुकी है.प्राप्त जानकारी के अनुसार भारतीय वायुसेना ने फरवरी 2010 में इटली की कंपनी अगूस्ता से 3600 करोड़ में 12 वीवीआईपी हेलिकॉप्टरों का सौदा किया था. जब ये सौदा किया गया तब केंद्र में मनमोहन सिंह के नेतृत्व में यूपीए शासन का दौर था, तब वायुसेना के प्रमुख एसपी त्यागी थे.
कहा जाता है कि सौदा करने के लिए कुल सौदे के 10 फीसदी यानी करीब 350 करोड़ रुपये की घूस दी गई थी. साल 2012 में इस सौदे में घोटाले की बात सामने आई. घोटाले के हंगामे के बीच 2013 में ही तत्कालीन रक्षा मंत्री एके एंटनी ने भ्रष्टाचार की बात कबूल करते हुए इस सौदे को रद्द कर दिया था.
भारत ने ये सौदा अगूस्ता वेस्टलैंड कंपनी से किया था और हेलिकॉप्टर बनाने वाली कंपनी का नाम है फिनमेक्कनिका.आरोप है कि इटली की इस कंपनी फिनमेक्कनिका ने 12 अगूस्ता वेस्टलैंड हेलिकॉप्टर के सौदे में पूर्व वायुसेनाध्यक्ष एसपी त्यागी समेत उनके तीन रिश्तेदारों पर घूस दिए.
आरोपों के मुताबिक अगूस्ता वेस्टलैंड हेलिकॉप्टर को सौदे में हिस्सा लेने के काबिल बनाने के लिए टेंडर की शर्तों में कुछ तकनीकी फेरबदल किए गए. शर्तें बदलने के एवज में ही फिनमेक्कनिका कंपनी की ओर से घूस दी गई थी. आरोप है कि ये घूस पूर्व वायुसेनाध्यक्ष एसपी त्यागी के साथ उनके तीन रिश्तेदारों को दी गई
31 दिसंबर 2004 को एसपी त्यागी ने भारतीय वायुसेना के 20वें एयर चीफ मार्शल के रूप में कार्यभार संभाला. 1985 में उन्हें प्रतिष्ठित वायुसेना मेडल से नवाजा गया था.
आरोपी वकील गौतम खेतान को ईडी ने 23 सितंबर 2014 को ्सबसे पहले गिरफ्तार किया था. उस पर अगस्ता वेस्टलैंड डील में मनी लॉन्ड्रिंग का आरोप था. खेतान का नाम पनामा पेपर लीक्स में भी था. ईडी के मुताबिक खेतान चंडीगढ़ स्थित एक कंपनी एयरोमैट्रिक्स में शामिल हैं. इस कंपनी ने अगस्ता वेस्टलैंड डील में बड़ी रकम की हेराफेरी की थी. सितंबर 2014 में इसे फिर गिरफ्तार किया गया था, लेकिन नौ जनवरी 2015 को यह जमानत पर रिहा हो गया. पुलिस को इसके घर से मिली ब्लू डायरी में घूस की रकम बांटे जाने की जानकारी मिली. डायरी में दर्ज कुछ कोडवर्ड को ईडी ने सुलझाने का दावा किया है. इसमें दर्ज जीके का मतलब गौतम खेतान और ब्रदर्स का मतलब त्यागी ब्रदर्स था.