बीजिंग,13 दिसंबर ( अनुपमाजैन/वीएनआई) चीन के सबसे रईस अरबपति के पुत्र ने पिता के विशाल साम्राज्य का उत्तराधिकारी बनने से इंकार कर दिया है, अब पिता अपने संपदा की देख रेख के लिये एक योग्य उत्तराधिकारी की तलाश कर रहे हैं.समझा जाता है कि इस के लिये संभवतः प्रोफेशनल मैंनेजरों के ग्रुप में से किसी को चुना जाएगा, जो उनके व्यापार को संभालेगा.
हांगकांग के 'साउथ चाइना मॉर्निंग पोस्ट' ने 92 अरब अमेरिकी डॉलर के व्यापारिक साम्राज्य के मालिक रवांग जियानलिन के हवाले से कहा, "मैंने अपने पुत्र से उत्तराधिकार योजना पर चर्चा की थी, और उसने कहा कि वह वैसी ज़िन्दगी नहीं जीना चाहता, जैसी मैंने जी है. अनेक शॉपिंग मॉल, थीम पार्क, स्पोर्ट्स क्लब तथा कितने ही सिनेमाओं के स्वामित्व वाले डालियान वांडा ग्रुप के संस्थापक तथा चेयरमैन 62-वर्षीय वांग जियानलिन ने कहा कि सबसे ज़्यादा संभावना इस बात की है कि वह उनके बिज़नेस को संभालने के लिए प्रोफेशनल मैनेजरों के ग्रुप में से किसी को चुनेंगे.
उन्होंने कहा, "शायद युवा लोगों की अपनी जद्दोजहद और प्राथमिकताएं होती हैं... शायद यही बेहतर होगा कि यह प्रोफेशनल मैनेजरों के हवाले कर दिया जाए, और हम खुद बोर्ड में रहकर उन्हें कंपनी चलाते हुए देखें."
वर्ष 1988 में बंदरगाह वाले डालियान शहर में स्थापित किए गए डालियान वांडा ग्रुप की कहानी 'फर्श से अर्श तक' की शानदार कहानी है, जिसमें ग्रुप की शुरुआत छोटे-मोटे डेवलपर के रूप में हुई थी, और अब यह ग्रुप शॉपिंग मॉल, होटल, थीम पार्क तथा दुनिया की सबसे बड़ी सिनेमाहॉल चेन का मालिक है.
गौरतलब है कि वांग जियानलिन ने कुछ वक्त पहले भारतीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से भी मुलाकात कर हरियाणा राज्य में एक चीनी परियोजना में 10 अरब अमेरिकी डॉलर निवेश करने का वादा किया था.