श्रीनगर, 13 जुलाई (वीएनआई)। कश्मीर घाटी में सुरक्षा बलों द्वारा आतंकवादी संगठन हिजबुल मुजाहिद्दीन के कमांडर बुरहान वानी के मारे जाने के बाद कश्मीर में तनाव के चलते आज भी लगातार पांचवें दिन भी कर्फ्यू जारी है। सुरक्षा बलों और प्रदर्शनकारियों के बीच झड़प में अब तक 34 लोगों की मौत होचुकी है।
कश्मीर घाटी में बीते मंगलवार को अपेक्षाकृत शांति रही, फिर भी कई स्थानों पर आज सुरक्षा बलों तथा उग्र भीड़ के बीच झड़प हुई। कुपवाड़ा जिले के क्रालपोरा में मंगलवार को भीड़ ने एक पुलिस स्टेशन पर हमला कर दिया था। भीड़ ने पुलिस के एक वाहन को आग भी लगा दी, जिसमें कई पुलिसकर्मी फंस गए। पुलिस सूत्रों के अनुसार, पुलिसकर्मियों को बचाने के लिए सुरक्षा बलों ने भीड़ पर गोलियां चलाईं, जिसमें 14 लोगों की मौत हो गई। इनमें से एक घायल ने बाद में दम तोड़ दिया, जिसके बाद पिछले पांच दिनों में घाटी में जारी हिंसा में मरने वालों की संख्या बढ़कर 34 हो गई है।
दक्षिण कश्मीर के पुलवामा जिले के अवंतीपोरा कस्बे में भीड़ ने एक पुलिस अधिकारी के घर पर हमला कर दिया और उनकी पत्नी तथा बेटी की बुरी तरह पिटाई कर दी। एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने बताया भीड़ ने घर में तोड़फोड़ भी की। मां और बेटी का अस्पताल में उपचार चल रहा है। भीड़ नी उसे जिले के त्राल कस्बे में एक पुलिस पिकेट पर हमला कर दिया। पुलिस कर्मी किसी तरह अपनी जान बचाकर वहां से भागे। उत्तर कश्मीर के गांदेरबल शहर में भीड़ ने जिलाधिकारी पर हमला कर दिया, जिसमें वह बाल-बाल बचे।
इस बीच, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और जम्मू एवं कश्मीर की मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती ने शांतिपूर्ण हालात बनाने व हिंसा खत्म करने की अपील की। प्रधानमंत्री ने अफ्रीका यात्रा से लौटने के बाद मंगलवार को कश्मीर घाटी में हिंसा को लेकर एक उच्च स्तरीय बैठक बुलाई और इस चिंता जताई। वहीं श्रीनगर में मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती ने स्थिति को चिंताजनक करार देते हुए युवाओं से धर्य बनाए रखने की अपील की। उन्होंने उर्दू में एक भावुक अपील में कहा रक्तपात से कुछ नहीं। जीवन एक बार मिलता है। हमारी जिम्मेदारी है कि हम खुदा की इस नेमत का सम्मान करें।