नई दिल्ली, 1 मार्च (वीएनआई)| भारत दौरे पर आये जॉर्डन के राजा अब्दुल्ला द्वितीय ने गुरुवार को कहा कि आतंक के खिलाफ वैश्विक लड़ाई विभिन्न धर्मों के बीच की लड़ाई नहीं बल्कि उदारवाद और उग्रवाद के बीच की लड़ाई है।
प्रधानमंत्री मोदी की मौजूदगी में 'इस्लामिक हेरिटेज : प्रोमोटिंग अंडरस्टैंडिंग एंड मॉडरेशन' विषय पर एक सम्मेलन को संबोधित करते हुए अब्दुल्ला ने कहा, आतंक के खिलाफ आज का वैश्विक युद्ध विभिन्न धर्मो और लोगों के बीच की लड़ाई नहीं है। यह उग्रवाद, नफरत और हिंसा के खिलाफ सभी विश्वासों और समुदायों के उदारवादियों की लड़ाई है। राजा ने कहा, जो भी समाचारों में सुना जाता है और धर्म के बारे में दिखाया जाता है, वह लोगों को विभाजित करता है।"उन्होंने कहा कि दुनिया भर में दूसरों को जाने बिना विभिन्न समूह अविश्वास फैला रहे हैं।
राजा ने कहा, इस तरह की नफरत भरी विचारधारा ईश्वर के शब्द को बिगाड़ रही है ताकि संघर्षो को भड़काया जा सके और अपराधों व आतंक को सही साबित किया जा सके। उन्होंने कहा, हमें इन चीजों को गंभीरता से लेने की जरूरत है..उन्हें मानवता द्वारा बनाए गए विश्वास से हमारा ध्यान कभी भी भटाकने की अनुमति नहीं दी जानी चाहिए। उन्होंने कहा कि आस्था व विश्वास ने भारत और जॉर्डन जैसे देशों को प्रेरित किया है जहां विभिन्न धार्मिक और जातीय समूह एक साथ रहते हैं। उन्होंने कहा, यह विश्वास ही है जो विभिन्न सभ्यताओं को साथ लाता है। दुनिया भर के करोड़ों मुस्लिम और गैर मुस्लिम दया, अनुकंपा, उदारता के मूल्य साझा करते हैं। जॉर्डन के राजा ने कहा, यही मूल्य हमें आगामी भविष्य में काम करने के लिए एक साथ लाए हैं।
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