वाशिंगटन,२७ नवंबर (वी एन आई) अमेरिका के राष्ट्रपति बराक ओबामा ने क्यूबा के क्रांतिकारी नेता फिदेल कास्त्रो के निधन के बाद अपनी संयमित प्रतिक्रिया मे कहा कि दुनिया पर क्यूबा के इस क्रांतिकारी नेता के 'जबरदस्त प्रभाव' को इतिहास आंकेगा. वहीं अमरीका के निर्वाचित राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने कास्त्रो को 'बर्बर तानाशाह' बता डाला ,ओर उम्मीद जताई कि क्यूबा अब आजाद भविष्य की ओर बढ़ सकेगा. कास्त्रो का शुक्रवार रात को 90 साल की उम्र में निधन हो गया था.
कास्त्रो के निधन पर ट्रंप ने एक ट्वीट के ज़रिए जो अपनी पहली प्रतिक्रिया दी थी, उसमें उन्होंने बस इतना कहा, 'फ़िदेल कास्त्रो इज़ डेड'.
हालांकि इसके कुछ घंटों बाद जारी एक विस्तृत बयान में उन्होंने कास्त्रो को 'एक निर्दयी तानाशाह बताया, जो करीब छह दशकों तक अपने लोगों का दमन करता रहा' और कहा कि उन्हें उम्मीद है कास्त्रो की मौत ने क्यूबाई अमेरिकियों को 'जल्द ही एक आजाद क्यूबा देखने की उम्मीद देगा.'
हालांकि अमेरिकी राष्ट्रपति ओबामा ने बेहद संयमित शब्दों में कास्त्रो को श्रद्धांजलि दी. उन्होंने कहा कि कास्त्रो ने 1959 में सत्ता संभालने के बाद अनगिनत तरीकों से क्यूबा और यहां के लोगों के जीवन को बदल दिया. फिदेल का निधन क्यूबा के लोगों और कैरीबियाई द्वीप और अमेरिका के लिए एक भावनात्मक क्षण है. ओबामा ने कहा, 'इतिहास लोगों और उनके आसपास के विश्व पर फिदेल के प्रभाव को न्यायोचित करेगा.
ओबामा ने कहा कि अमेरिका और क्यूबा के बीच संबंध दशकों से गहन राजनीतिक समझौतों का रहा है. दोनों देशों के बीच पूर्ण राजनयिक संबंधों की बहाली 2014 के अंत में शुरू हुई. उन्होंने कहा कि दोनों देशों के बीच संबंधों को सामान्य करने का उद्देश्य दोनों पक्षों को सिर्फ मतभेदों से ही परिभाषित नहीं करना, बल्कि पड़ोसी और मित्र देशों के रूप में साझा की गई चीजों से भी है, जिसमें पारिवारिक संबंध, संस्कृति, वाणिज्य और सामान्य मानवता शामिल है.
ओबामा पहले अमेरिकी राष्ट्रपति रहे, जिन्होंने 88 वर्षो में पहली बार मार्च में क्यूबा की यात्रा की.वी एन आई