नई दिल्ली, 15 मार्च (वीएनआई) दक्षिण एशिया के देशों के बीच कनेक्टिविटी बढ़ाने पर बल देते हुए रेल मंत्री सुरेश प्रभु ने बुधवार को कहा कि भारत प्राथमिकता के आधार पर नई दिल्ली और कोलकाता से काठमांडू तक कनेक्टिविटी बढ़ाने पर काम कर रहा है।
प्रभु ने यह भी कहा कि सरकार भारत, म्यांमार, भूटान, बांग्लादेश और अफगानिस्तान के साथ भी कनेक्टिविटी बढ़ाने की संभावना तलाश रही है।
'दक्षिण और दक्षिण पश्चिम एशिया में रेलवे परिवहन कनेक्टिविटी को सुदृढ़ करने' पर दो दिवसीय बैठक के उद्घाटन के अवसर पर प्रभु ने कहा कि बेहतर रेल संपर्क क्षेत्र में अर्थव्यवस्था को बढ़ावा देगा और गरीबी उन्मूलन में भी मदद मिलेगी।
युनाइटेड नेशन्स इकोनॉमिक एंड सोशल कमीशन फार एशिया एंड द पैसिफिक (ईएससीएपी) द्वारा आर्गनाइजेशन फार कोआपरेशन बिटवीन रेलवेज (ओएसजेडी) और रेलवे मंत्रालय के सहयोग से आयोजित इस बैठक में ढाका से इस्तांबुल तक रेल संपर्क स्थापित करने का रास्ता तलाशा जाएगा।
मंत्री ने कहा कि ईएससीएपी का अंतर्राष्ट्रीय रेल परिवहन का प्रस्ताव विशेष महत्व रखता है, खासतौर से इस्तांबुल से ढाका रेल मार्ग का प्रस्ताव, जिसे आईटीआई-डीकेडी रेल गलियारा भी कहा जाता है।
प्रभु ने कहा, "भारत इस रेल मार्ग का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है। इस प्रस्ताव का सबसे महत्वपूर्ण पहलू यह है कि जब यह मुख्य रेल गलियारा समूचे दक्षिण एशिया में गुजरेगा, तो यह पड़ोसी उप क्षेत्रों के साथ भी बहुपक्षीय संबंध प्रदान करेगा तथा विशेष रूप से चारों तरफ से जमीन से घिरे (लैंडलॉक्ड) हमारे पड़ोसी देशों की पारगमन आवश्यकताओं को पूरा करेगा।"