मुंबई, 11 जुलाई, (वीएनआई)। बॉलीवुड की ग्लैमरस अभिनेत्री मल्लिका शेरावत ने सर्वोच्च न्यायलय द्वारा निर्भया गैंगरेप में आरोपियों को मृत्यु दंड बरकरार रखने बाद कुछ भावुक ट्वीट किये है। उन्होंने कहा उसने महिलाओं के लिए बनाए गए नियमों से खुद को आजाद करने के लिए कड़ी मेहनत की।
गौरतलब है साल 2012 में हुए निर्भया गैंगरेप ने सड़क से लेकर संसद तक पूरे देश को हिला दिया था, इस जघन्य अपराध के मामले में सर्वोच्च न्यायलय ने सभी आरोपियों की मृत्यु दंड सजा को बरक़रार रखा है। मल्लिका ने ट्वीटर पर लिखा कि उसके परिजनों ने हर कदम पर उसका साथ दिया लेकिन जिन्होंने उसके साथ यह हिंसा की, उन्होंने नैतिकता और रात में घर से बाहर रहने के उसके अधिकार पर सवाल खड़े कर दिए, कुछ समाज के ठेकेदारों ने उसके लिए ये भी कहा कि वो इसी लायक थी लेकिन आज अदालत के फैसले ने उसे सही साबित किया, उसके परिजनों की लड़ाई उस दिन खत्म होगी जिस दिन उसके आरोपियों को फांसी पर लटकाया जाएगा लेकिन सही कहा जाए तो आज उसकी रूह आजाद हो गई।
मल्लिका ने इसी के साथ समाज में महिलाओं के सामने पेश आने वाली चुनौतियों का भी जिक्र किया है, मल्लिका ने कहा कि देश में महिलाओं को डर के साथ नहीं बल्कि गर्व के साथ जीने की जरूरत है। मल्लिका ने अपनी पोस्ट में उस घटना का भी जिक्र किया, जिसमें 26 लड़कियों को मानव तस्करी से बचाया गया था।उन्होंने लिखा है कि आज भी समाज में महिलाओं को सामाजिक दबाव तले दबाया जाता है, परिस्थितियों से डराया जाता है, वो महिलाओं की मदद करना चाहती है और उन्हें डर मुक्त देखना चाहती हैं।
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