सुनील कुमार ,वी एन आई ,नयी दिल्ली 04 -03-2018
दीना पाठक का जन्म 4 मार्च, 1922 को गुजरात में हुआ ; निधन: 11 अक्टूबर, 2002 को हुआ वे एक प्रतिष्ठित अभिनेत्री थीं। उनकी प्रसिद्ध फिल्मों में 'मौसम', 'किनारा', 'किताब', 'चितचोर', 'घरौंदा', 'गोलमाल', 'खूबसूरत' आदि शामिल हैं। दीना पाठक ने अपने कॅरियर की अधिकतर फिल्में आर्ट निर्देशकों के साथ कीं। । भारतीय सिनेमा जगत् में दीना पाठक ने ना सिर्फ अभिनय के क्षेत्र में अपना डंका बजाया बल्कि उन्होंने थियेटर जगत् को सिनेमा के साथ जोड़ने में बेहद अहम भूमिका निभाई। आज़ादी से पहले महिलाओं का रंगमंच से जुड़ाव बेहद कम होता था। ऐसे समय में भी दीना पाठक ने रंगमंच को अपनी कर्मभूमि बनाया और उसमें सफलता हासिल करने की कोशिश की। अंग्रेज़ों से लड़ाई की जंग में दीना पाठक ने भी अपना योगदान दिया। उन्होंने नुक्कड़ और नाटकों द्वारा जनता को अंग्रेज़ों के ख़िलाफ़ एकजुट होने की अपील की। गुजराती थियेटर को अपनी पहचान दिलाने में दीना पाठक का बेहद अहम योगदान रहा है। 1940 से ही दीना पाठक गुजराती थियेटरों में काम करने लगीं थीं। दीना पाठक की बेटियां रत्ना पाठक और सुप्रिया पाठक भी हिन्दी कला जगत् की चर्चित अभिनेत्री हैं। दोनों ने ही अधिकतर टीवी कार्यक्रमों में अपनी छाप छोड़ी है। 80 के दशक के टीवी शो 'मालगुड़ी डेज' में भी दीना पाठक नजर आईं। दीना पाठक की आख़िरी फिल्म साल 2003 की 'पिंजर' थी।
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