नई दिल्ली 30 जुलाई (वीएनआई) गर्मियो मे ठंडाई... पूरे दिलो दिमाग को तर और् तरो ताजा कर देने वाली ठंडाई.और फिर न केवल पूरे भारत मे बल्कि अब तो परदेस में भी बच्चों से लेकर बड़ो तक को बेहद पसंद आने वाली “कुल्फी” का लाजवाब स्वाद तो आप सभी ने ज़रूर चखा होगा और अगर ये कुल्फी ठंडाई वाली हो तो क्या कहने. वैसे आप को बता दे कि "कुल्फी"एक फारसी शब्द है जिसका अर्थ है “कोन के आकार का कप”, कुल्फी का आकार भी कुछ ऐसा ही होता है।यहा जरा थोड़ी सी बात कुल्फी की कहानी के बारे मे.
कहा जाता है कि बादशाह अकबर को कुल्फी ्बेहद पसंद थी यहां तक कहा जाता है अकबर के काल में कुल्फी बनाने के लिये काफी मशक्कत के साथ सीधे हिमालय से बर्फ मंगवाई जाती थी, इसके लिए हाथी, घोड़ों और सिपाहियों की सहायता ली जाती थी.बुरादे और जूट के कपड़े में लपेटकर बर्फ को हिमालय से आगरा तक पहुंचाया जाता था। दूरी बहुत होने के कारण बर्फ की बहुत बड़ी सिल्ली, आगरा पहुंचते-पहुंचते छोटी सी रह जाती थी।।कुल्फी बनाने की विधि को आज से 500 वर्ष पूर्व लिखी गई आइन-ए-अकबरी में ही लिख दिया गया था।दूध और सूखे मेवे से बनी लाज़बाव स्वाद वाली कुल्फी को अधिकतर कुल्फी मोल्ड में बनाया जा सकता है कुल्फी अलग अलग प्रकार की होती है जैसे कि मटका कुल्फी, केसर पिस्ता कुल्फी, मलाई कुल्फी मैंगो कुल्फी, ठंडाई केसर कुल्फी आदि. तो जानते है ठंडाई केसर कुल्फी बनाने की विधि .
सामग्रीः 2 लीटर फुल क्रीम दूध
200 ग्राम खोया
पिसी चीनी स्वादानुसार
ठंडाई का सामानः 10 ग्राम बादाम गिरी
10 ग्राम पिस्ता
10 ग्राम गुलाब की सूखी पंखुड़ियां
5 ग्राम चार मगज़( खरबूजे के बीज)
4 छोटी इलाइची छिलका उतरी हुई
1/4 छोटा चम्मच केसर
10 ग्राम खसखस
5 काली मिर्च
4 मुनक्का दाने निकले हुए
विधि ःसबसे पहले ठंडाई के सामान को 4 -5 घंटे पानी मे भिगो दें बाद मे इसको पीस कर पेस्ट बना लें
दूध मे खोया कस कर इसे उबालें जब दूध 1/4 लिटर रह जाये तो इसे उतार कर ठंडा कर ले और बाद मे इसमे ठंडाई पेस्ट और पिसी चीनी मिला दे मिला दें
अब इस घोल को एक एलमुनियम के बर्तन मे जमाने के लि्ये फ्रीज़र मे रख दें बर्तन को कवर करना न भूलें, 1 घंटे बाद घोल को निकाल कर मिक्सी मे या हैंड ब्लेंडर से चला कर उसमे पिस्ता डाल कर उसे कुल्फी के सांचों मे भर कर जम जाने तक फ्रीज़र मे डाल दे सर्व करते समय लंबाई मे इसे दो भागों मे काटे, बेहद लज़ीज़ कुल्फी खाने के लिये तैयार है.