लोंगयेरब्येन, नॉर्वे ,६ मई (वी एन आई) सुनने पर भले ही इस बात पर भरोसा नही हो लेकिन यह बात सच है दुनिया में ऐसी भी जगहें हैं जहां 'मरने' पर ही पाबंदी है। कुछ भी हो जाए पर आप यहां मर नहीं सकते और यह नियम इतना सख्त और असरदार है कि एक शहर में तो पिछले लगभग 70 सालों से कोई नहीं मरा है।
नॉर्वे के 2000 आबादी वाले एक कस्बे लोंगयेरब्येन में सरकार ने मौत पर पाबंदी लगा रखी है और वो भी आज से नहीं बल्कि 70 सालों से। और विश्वास कीजिये, यहां 70 सालों से कोई 'मरा' भी नहीं है।
नार्वे और उत्तरी ध्रुवों के बीच यह आइलैंड स्थित है और यहां हांड कंपा देने वाली ठण्ड पड़ती है। इतनी ठण्ड में अगर कोई इंसान मरता है तो उसका मृत शरीर न तो सड़ता है और न ही गलता है। डेड बॉडी सालों तक वैसे ही पड़ी रहती है और नष्ट नहीं होती।
बताया जाता है कि 1917 में यहां महामारी के कारण एक ऐसे व्यक्ति की मौत हुई जिसके अंदर इन्फ्लुएंजा के जीवाणु थे। शव के साथ ये जीवाणु भी वैसे ही पड़े रहे और आगे इनसे महामारी फैलने का खतरा था।यही वजह रही कि इसके कुछ वर्षों बाद सरकार ने यहां मरने पर ही पाबंदी लगा दी।
अगर कोई इंसान यहां बहुत बीमार या मरने की हालत में होता है या फिर किसी प्रकार की इमरजेंसी हो तब उस आदमी को हेलीकाप्टर की मदद से शहर के दूसरे इलाकों में ले जाया जाता है और ठीक होने के बाद ही उसे वापस लाया जाता है। मरने की स्थिति में वहीँ उसका अंतिम संस्कार कर दिया जाता है।
लोंगयेरब्येन ही दुनिया मे अकेला ऐसा इलाका नही है जहा इस तरह की पाबंदी है जापान के इत्सुकुशीमा, इटली के फलसियानो डेल मस्सिको और फ़्रांस के सरपोरेन्स कुछ ऐसे शहर हैं जहां अलग अलग कारणों से मरने पर पाबंदी लगी हुई है।