नई दिल्ली 13 मार्च (वीएनआई) इस वर्ष होली का उल्लास एक आशचर्यजनक खगोलीय घटना के साथ मनाया जाएगा। 14 मार्च 2025 को भारत में होली के दिन एक नायाब, पूर्ण चंद्र ग्रहण लगेगा, जिसे 'ब्लड मून' या 'रक्त चंद्र' भी कहा जाता है। यह खगोलीय घटना दोपहर को घटित होगी, जिसमें पूर्ण चंद्र ग्रहण 11:57 बजे शुरू होकर 12:29 बजे अपने चरम पर पहुंचेगा और 01:01 बजे समाप्त होगा। यह खास इत्तेफाक खगोल विज्ञान प्रेमियों और त्योहार मनाने वालों के लिए एक अमिटअनुभव होगा।
आपको बता दें कि अलग-अलग समय क्षेत्रों के आधार पर 13 मार्च की रात या 14 मार्च की सुबह पूर्ण चंद्रग्रहण लगने वाला है।जब पृथ्वी चंद्रमा के साथ पूरी तरह से संरेखित हो जाती है, जिससे चंद्रमा की सतह का 100% हिस्सा ढक जाता है। पूर्ण "गर्म चंद्रमा" धीरे-धीरे पीला हो जाता है और फिर पूरी तरह से लाल-नारंगी रंग में बदल जाता है।यह घटना लगभग 65 मिनट तक चलने की संभावना है, और इसमें "ब्लड मून" भी दिखाई देगा।
गौरतलब है कि चंद्र ग्रहण तब होता है जब पृथ्वी सूर्य और चंद्रमा के बीच आ जाती है, जिससे पृथ्वी की छाया चंद्रमा पर पड़ती है। पूर्ण चंद्र ग्रहण में, चंद्रमा पूरी तरह से पृथ्वी की काली छाया (उम्ब्रा) से ढक जाता है। यह घटना बहुत ही दुर्लभ होती है और जब यह घटित होती है, तो चंद्रमा गहरे लाल या नारंगी रंग में परिवर्तित हो जाता है, जिसे 'ब्लड मून' कहा जाता है।
मीडिया के हवाले से नासा के अनुसार, जब सूर्य का प्रकाश पृथ्वी के वायुमंडल से गुजरकर चंद्रमा तक पहुंचता है, तो नीली और बैंगनी जैसी छोटी तरंगदैर्ध्य वाली किरणें बिखर जाती हैं और केवल लाल तथा नारंगी जैसी लंबी तरंगदैर्ध्य वाली किरणें चंद्रमा को रोशन करती हैं। इसी कारण ग्रहण के दौरान चंद्रमा लालिमा लिए हुए दिखाई देता है। यदि उस समय वातावरण में अधिक धूल, बादल या अन्य तत्व हों, तो चंद्रमा और अधिक लाल दिख सकता है।
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार नासा की प्रमुख वैज्ञानिक रेनी वेबर के अनुसार, "ग्रहण के दौरान मौसम की स्थिति पर नजर रखना जरूरी होगा। पूर्ण चंद्र ग्रहण लगभग एक घंटे तक रहेगा, इसलिए यदि आकाश में बादल भी हों, तो भी इस अद्भुत नजारे को देखने का मौका मिल सकता है।"
यह ग्रहण विश्वभर के विभिन्न समय क्षेत्रों में समान रूप से घटित होगा। पूर्वी डेलाइट टाइम (EDT) के अनुसार यह शुक्रवार तड़के 2:26 बजे और पैसिफिक डेलाइट टाइम (PDT) के अनुसार गुरुवार रात 11:26 बजे शुरू होगा।
पूर्ण चंद्र ग्रहण के अलावा, ग्रहण के पहले और बाद में लगभग एक घंटे तक आंशिक चंद्र ग्रहण भी देखा जा सकेगा। इस अद्भुत संयोग में जहां एक ओर होली के रंग बिखरेंगे, वहीं दूसरी ओर आसमान में रक्त चंद्र की अद्भुत छटा देखने को मिलेगी।
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