नई दिल्ली 26 दिसंबर (वीएनआई)प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी तीन देशों की यात्रा संपन्न कर कल रात प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी स्वदेश लौट आए । इस यात्रा में मोदी रूस, अफगानिस्तान और अचानक पाकिस्तान गए थे।, हालांकि पहले केवल रूस और अफ़ग़ानिस्तान जाने की बात थी.रूस यात्रा के बाद वे एक दिन अफ़ग़ानिस्तान में ठहरे.
इसके बाद अचानक ही उन्होंने शुक्रवार को काबुल से दिल्ली लौटते समय रास्ते में लाहौर में थोड़ी देर रुकने का फ़ैसला किया.लाहौर हवाई अड्डे पर पाकिस्तान के प्रधानमंत्री नवाज़ शरीफ़ ख़ुद उन्हें लेने आए और फिर लौटते समय भी हवाई अडडे पर उन्हें छोड़ने भी आये उससे मोदी वह अभिभूत हो गए इसके लिये उन्होने ट्वीट भी किया, ट्वीट में मोदी ने पाक प्रधानमंत्री नवाज़ शरीफ़ की तारीफ़ करते हुए लिखा, "लाहौर हवाईअड्डे पर मेरे स्वागत के लिए आने और मुझे विदा देने के लिए भी वहां मौजूद रहने से मैं निजी तौर पर बहुत प्रभावित हुआ हूं" ।
पीएम मोदी लगभग दो घंटे तक पाकिस्तान में रहे. मोदी ने शरीफ़ परिवार के लाहौर के नज़दीक स्थित निजी आवास रायविंद पैलेस में नवाज़ शरीफ़ से मुलाक़ात की और उनके उनके 66वें जन्मदिन पर बधाई दी
पाकिस्तान में नवाज़ शरीफ़ के परिवार के साथ गुज़ारे समय का ज़िक्र करते हुए मोदी ने कहा कि नवाज़ शरीफ़ का जन्मदिन और फिर उनकी नवासी की शादी ने उनकी ख़ुशी को दोगुना कर दिया.एक अन्य ट्वीट में उन्होंने लिखा कि बीजेपी के वरिष्ठ नेता और पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपयी के लिए नवाज़ शरीफ़ के स्नेह को देख कर वे बहुत द्रवित हुए.मोदी ने अपने ट्वीट में लिखा, "उन्होंने वाजपेयी जी के साथ अपनी बातचीत को याद किया और मुझसे कहा कि मैं उनका अभिवादन अटल जी तक पहुंचाऊं."
दिल्ली लौटने के बाद प्रधानमंत्री मोदी अटलबिहारी वाजपेयी के आवास पर भी गए और उनके जन्मदिन पर शुभकामनाएं दीं.इस बीच समाचार एजेंसी एएनआई केआनुसार , ''15 जनवरी को पाकिस्तान में भारत-पाक के बीच विदेश सचिव स्तर पर बातचीत होगी.' गौरतलब है कि मोदी की 150 मिनट की पाकिस्तान यात्रा करीब 12 साल में किसी भारतीय प्रधानमंत्री की पहली पाक यात्रा है।
इससे पूर्व रूस के दो दिवसीय दौरे में मोदी ने राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के साथ रक्षा, परमाणु सहित विभिन्न क्षेत्रों में सहयोग बढ़ाने के बारे में बातचीत की।
इसके अलावा अपने दौरे के दूसरे चरण में मोदी अफगानिस्तान के एक दिन के दौरे पर भी गए । अफगानिस्तान में उन्होंने काबुल में भारत द्वारा 9 करोड़ डालर की लागत से बनाई गई, अफगान संसद की नयी इमारत का उद्घाटन किया। इस मौके पर अफगान राष्ट्रपति अशरफ गनी मौजूद थे। उन्होंने अफगान संसद को भी संबोधित किया।