इटानगर 20 फरवरी (वीएनआई) दो महीने तक चले राजनीतिक संकट के बाद असंतुष्ट नेता कालिखाओ पुल ने कल रात अरुणाचल प्रदेश के नौवें मुख्यमंत्री पद की शपथ ली। । उच्चतम न्यायालय ने राज्य में सरकार गठन का रास्ता साफ कर दिया था जिसके बाद राज्य से राष्ट्रपति शासन हटा लिया गया था।
पूर्व मुख्यमंत्री नबाम टुकी के नेतृत्व के खिलाफ बगावत का झंडा बुलंद करने वाले पुल को राज्यपाल केपी राजखोवा ने यहां राजभवन में पद एवं गोपनीयता की शपथ दिलाई। हेयूलियांग विधानसभा क्षेत्र का प्रतिनिधित्व करने वाले 47 वर्षीय पुल ऐसी सरकार का नेतृत्व करेंगे, जिसे 19 बागी कांग्रेस विधायकों के साथ भारतीय जनता पार्टी(भाजपा) के 11 विधायकों का बाहरी समर्थन हासिल है और दो निर्दलीय विधायकों के भी 60 सदस्यीय विधानसभा की सरकार का हिस्सा बनने की संभावना है।
इससे पूर्व शुक्रवार को दिन में उच्चतम न्यायालय ने सरकार गठन का रास्ता साफ कर दिया जिसके बाद राज्य से राष्ट्रपति शासन हटा लिया गया। राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी ने राष्ट्रपति शासन हटाने की केंद्रीय कैबिनेट की सिफारिश पर अपनी मंजूरी की मोहर लगा दी। इससे पूर्व कांग्रेस नेता और हटाए गए मुख्यमंत्री नबाम टुकी को आखिरी झटका उच्चतम न्यायालय से मिला था. टुकी विधानसभा में बहुमत साबित करने करने का मौका पाना चाह रहे थे लेकिन उच्चतम न्यायालय ने अंतरिम निर्देश के उनके आग्रह को ठुकरा दिया.कैबिनेट ने बीते बुधवार को अरुणाचल प्रदेश से राष्ट्रपति शासन हटाने की सिफारिश की थी. इससे पहले कांग्रेस के बागी विधायकों एवं भाजपा और निर्दलीय विधायकों सहित 31 सदस्यों ने राज्यपाल जेपी राजखोवा से मुलाकात कर नई सरकार के गठन का दावा किया था. टुकी को 26 कांग्रेसी विधायकों का समर्थन हासिल है। शपथ ग्रहण के बाद पुल ने प्रेस को बताया कि वह उनका समर्थन करने वाले विधायकों से सलाह मशविरा करने के बाद अपने मंत्रिमंडल का विस्तार करेंगे। लेकिन उन्होंने इसके लिए कोई तारीख नहीं बताई।