वाशिंगटन 8 जून (वीएनआई)प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 6 दिवसीय विदेश यात्रा में अमेरिकी यात्रा यात्रा के दूसरे दिन मंगलवार शाम व्हाइट हाउस में राष्ट्रपति बराक ओबामा से व्हाइट हाउस के ओवल ऑफ़िस में मुलाकात की, मुलाकात करीब एक घंटे चली , दोनो देशों ने आर्थिक संबंधों एवं असैन्य परमाणु ऊर्जा के क्षेत्र में सहयोग बढ़ाने और पेरिस जलवायु समझौते को जल्द से जल्द क्रियान्वित करके ‘जलवायु न्याय’ के लिए काम करने का संकल्प लिया । इसके अलावा इस दौरान दोनों नेताओं के बीच द्वीपक्षीय सहयोग बढ़ाने के अहम मुद्दों पर बातचीत हुई। दोनों नेताओं के बीच गत दो वर्षों में ये सातवीं मुलाकात है, इस मुलाकात के बाद के बाद दोनों राष्ट्राध्यक्षों के संयुक्त मीडिया सम्मेलन में पीएम मोदी ने कहा, दो मित्रों और दो देशों के रूप में भारत और अमेरिका ने जिस तरह नेतृत्व की भूमिका निभाई है, उस पर मुझे गर्व है। चाहे वह मिसाइल प्रौद्योगिकी नियंत्रण व्यवस्था (एमटीसीआर) हो या न्यूक्लियर सप्लायर्स ग्रुप, मैं हमेशा अपने मित्र ओबामा का हमेशा आभारी रहूंगा। पीएम मोदी ने कहा कि दोनों नेताओं ने व्यापक मुद्दों पर, खासकर द्विपक्षीय आर्थिक संबंधों को नई उंचाई पर ले जाने के तरीकों पर विचार-विमर्श किया। उन्होंने अन्य जिन विषयों पर वार्ता की, उनमें आतंकवाद, स्वच्छ ऊर्जा, जलवायु परिवर्तन, क्षेत्रीय सुरक्षा और साइबर सुरक्षा शामिल थे।
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि दो सबसे बड़े लोकतंत्रों, भारत और अमेरिका ने उन चुनौतियों से निपटने के लिए कंधे से कंधा मिलाकर काम किया है, जिनका सामना न केवल दोनों देश बल्कि पूरी दुनिया करती है। उन्होंने कहा, 'पिछले दो वर्षों में भारत और अमेरिका जलवायु परिवर्तन, परमाणु सुरक्षा, आतंकवाद जैसे वैश्विक मुद्दों पर सहयोग करते रहे हैं... मुझे इस पर न केवल मित्रों के रूप में बल्कि दोनों देशों के तौर पर गर्व होता है और हम कंधे से कंधा मिलाकर काम करते रहेंगे।' प्रधानमंत्री ने कहा, 'हम नए क्षेत्रों में मिलकर जितना अधिक काम करेंगे, वह दुनिया और दोनों देशों के लाभ के लिए बेहतर होगा। यही हमारा सपना है।'
दोनों नेताओं की मुलाक़ात के बाद एक साझा बयान जारी किया गया जिसके मुताबिक दोनों देश साइबर सुरक्षा पर साथ काम करेंगे. क्षेत्रीय सहयोग पर दोनों नेताओं के बीच चर्चा हुई. बैठक में परमाणु सहयोग की प्रगति पर भी चर्चा हुई. मोदी ने कहा कि भारत सबसे तेज बढ़ती हुई अर्थव्यवस्था है. गरीबी उन्मूलन के लिए दोनों देश मिलकर काम करेंगे. अब सितंबर में (चीन में) जी-20 समिट में दोनों नेताओं की अगली मुलाकात होगी.
ओबामा ने इस मौके पर कहा कि मोदी ने भारत को गौरवशाली नेतृत्व दिया है. उनके आने से अमेरिका में उत्साह है. ओबामा ने कहा, 'मैं भारत से गणतंत्र दिवस की बहुत यादें साथ लाया. जी- 20 में फिर मुलाकात होगी.'
ओबामा के समर्थन के बाद 34 देशों के मिसाइल प्रौद्योगिकी नियंत्रण व्यवस्था (MTCR) में भारत का प्रवेश लगभग तय हो गया है है. MTCR में शामिल होने के बाद भारत हाई-टेक मिसाइल का दूसरे देशों से बिना किसी अड़चन के एक्सपोर्ट कर सकता है और अमेरिका से ड्रोन भी खरीद सकता है.
दो दिन के अपने वाशिंगटन दौरे के दौरान पीएम मोदी अमेरिकी कांग्रेस के संयुक्त सत्र को भी संबोधित करेंगे. वह ऐसा करने वाले पांचवें भारतीय प्रधानमंत्री होंगे. इस यात्रा में जनवरी 2015 में हुई ओबामा की भारत यात्रा के बाद से प्रमुख क्षेत्रों में अमेरिका-भारत संबंधों में आई गहराई रेखांकित होने की बात कही जा रही है.