गौरेला पेण्ड्रारोड, 6 दिसंबर (वेदचन्दजैन/वीएनआई) मरवाही वन मंडल पेंड्रारोड अंतर्गत हाथियों के समूह ने आबादी इलाके में उत्पात मचाना शुरू कर दिया है, जिस से स्थानीय लोगों में दहशत हैं. बीती रात 43 हाथियों के दल ने मरवाही वन मंडल की सीमाओं से मौहरीटोला अमेरा टिकरा धनपुरिहा टोला में रात भर उत्पात मचाया . एक स्थानीय निवासी के अनुसार पूरी रात लोगों ने जागकर दहशत में गुजारी. सागौन पेड़ों से घिरे हुए घने जंगल बंसीताल में है, हाथियों के इस दल में, जिसमें एक नवजात भी है जिसका जन्म कल ही हुआ है, उस की सुरक्षा को ले कर विशेष तौर पर आशंकित हाथी निवासियों द्वारा वहा से भगानें की वजह से इस वजह से और भी आक्रामक हो गयें क्यों कि अक्सर वे अपने नव जात की सुरक्षा को ले कर आशंकित हो कर आक्रामक हो जाते हैं. बीती रात इलाके के अधिकांश गाँव वालों ने रत जगा किया है मशाल जलाकर हाथियों को अपनी फसलों से दूर रखने का प्रयास किया गया फिर भी लगभग 6 से 10 किसानों की फसलों को चौपट कर दिया गया है.
ेक स्थानीय निवासी ने इस संवाददाता को बताया कि वन मंडल के जुनियर कर्मचारियों द्वारा हाथियों को बस्ती से दूर रखने का सतत प्रयास किया जा रहा है लेकिन बड़े अधिकारी उदासीन बने हुयें हैं. उन का कहना हैं कि वन विभाग बीट गार्ड के भरोसे हाथियों के दल को छोड़ दिया गया है. आम ग्रामीणों की जान आफत में हैं हाथी फसल नष्ट कर रहे हैं घरों को तोड़ रहे हैं.
स्थिति यह है कि पूरे क्षेत्र के आम ग्रामीण स्वयं ही अपनी जान को बचा रहे हैं अधिकारी कुछ भी जानकारी देने से इंकार कर रहे हैं. स्थिति इसलिए और भी विषम हो गई हैं.हाथियों के दल को अपने नवजात शावक की जान रक्षा की भी चिंता है.इस स्थिति में हाथी बहुत संवेदनशील हो जाते हैं और अपने समीप किसी भी प्राणी की उपस्थिति सहन नहीं करते ग्रामीण इस दल को दूर भगाने के लिये प्रहार और शोर करता हैं,इससे गजदल क्रोधित हो सकता है. जरूरत हैं कि वन विभाग के अधिकारियों और जिला प्रशासन अधिक सजग हो ताकि हाथी भी सुरक्षित वनों में लौटें और बस्तियों, खेतों में उनका उत्पात भी नहीं हो.वीएनआई/शोभना
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