रियो-्डि-जनेरियो, 5 मई (अनुपमा जैन/वीएनआई) ब्रा्ज़ील की पहली महिला राष्ट्रपति 'आयरन लेडी' डिल्मा रु्सैफ के ख़िलाफ भृ्ष्टाचार के गंभीर आरोपो के चलते सं महाभियोग चलाने की समिति आज इस बात पर मतदान करेगी कि अगले सप्ताह राष्ट्रपति के ख़िलाफ़ मुक़दमा शुरू किया जाए या नहीं. राष्ट्रपति ज़ील्मा रूसैफ़ भ्रष्टाचार के आरोपों में घिरी हैं.ब्राज़ील की राष्ट्रपति के विरुद्ध महाभियोग चलाने की कार्यवाही को अनुमति के लिये कांग्रेस के निचले सदन में विपक्ष के सदस्यों को 513 मतों में से 342 मत या दो तिहाई बहुमत चाहिए था। महाभियोग की प्रक्रिया के दौरान उन्हें 180 दिनों तक पद से हटना होगा और सुनवाई के दौरान अपना पक्ष रखना होगा। इस बीच, उनका स्थान उपराष्ट्रपति मिशेल टेमर लेंगे। इसी बीच ब्राज़ील के सुप्रीम कोर्ट ने के कट्टर विरोधी एडवार्डो कुन्हा जो कि निचले सदन के स्पीकर है, को भ्रष्टाचार के आरोपो के चलते ्निलंबित कर दिया है, उनका निलंबन एटॉर्नी जनरल जोस एडूआर्डो कार्डोजो के अनुरोध पर हुआ.
डिल्मा पर भृ्ष्टाचार के आरोपो के साथ ,2014 में बजट घाटे को ग़ैर क़ानूनी रूप में छिपाने का आरोप था ताकि दोबारा राष्ट्रपति बनने का मार्ग प्रशस्त हो सके, विपक्ष का यह भी आरोप है कि सरकारी तेल कंपनी पेट्रोब्रास से ठेके पाने के लिए कंपनियों ने ब्राज़ील की सत्ताधारी वर्कर्स पार्टी के नेताओं को रिश्वत दी थी.इसे ब्राज़ील का सबसे बड़ा घोटाला बताया जा रहा है. गौरतलब है कि विरोधी पक्ष के साथ साथ गत कुछ महीनों से लोग राष्ट्रपति डिल्मा रु्सैफ के ख़िलाफ़ भ्रष्टाचार के मामले में महाभियोग चलाने की मांग को लेकर विरोध प्रदर्शन कर रहे थे. उन पर आरोप है कि पर डिल्मा रु्सैफ ने इन आरोपो को सिरे से नकार दिया था है
रुसेफ ने पिछले साल ही लगभग 51 फ़ीसदी मतों के दोबारा राष्ट्रपति पद का चुनाव जीता था, जिसमे लातिन अमरीका की सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था वाले देश ब्राज़ील में ग़रीबी सबसे बड़ा चुनावी मुद्दा था..ब्राज़ील की अर्थव्यवस्था गिरावट का सामना कर रही है,राष्ट्रपति डिल्मा रु्सैफ की वर्कर्स पार्टी पिछले तेरह सालों से सत्ता में है.