बीजिंग,5 मार्च (शोभनाजैन/वीएनआई)खराब आर्थिक दौर से गुजरने के दौर मे भी चीन ने अपने इस वर्ष के सैन्य खर्च में 7.6 प्रतिशत की वृद्धि करने की घोषणा की है जो कि भारत के रक्षा बजट से चार गुना है
चीन सरकार ने घोषणा की है कि वह इस वर्ष सेना पर 146.67 बिलियन डॉलर यानी 9,82,526 करोड़ रुपए से अधिक खर्च करेगी। ऐसे दौर मे जबकि चीन पिछले 26 वर्षो मे अब तक कि सब से खराब आर्थिक दौर से गुजर रहा है और उसकी विकास दर पिछले वर्ष सबसे कम यानि 6.9% रही है, और ऐसे मे जबकि अमरीका के साथ उसके संबंध तनावपूर्ण होते जा रहे है ऐसे मे रक्षा बजट बढाया जाना अहम है. आज यहा शुरू हुई चीन की 12वीं चीनी राष्ट्रीय जन प्रतिनिधि सभा के चौथे सम्मेलन मे प्रधान मंत्री ली खछ्यांग ने सरकार की रिपोर्ट पेश की जिसमे इस खर्च की भी घोषणा की गयी
गत वर्ष चीन ने रक्षा बजट में 10.1 प्रतिशत की वृद्धि की थी और उसका खर्च 135.95 बिलियन डॉलर था। चीन का रक्षा बजट भारत से चार गुना है। वित्त मंत्री अरुण जेटली ने 29 फरवरी को रक्षा क्षेत्र के लिए 36.5 बिलियन डॉलर यानी 2,44,509 करोड़ रुपए से अधिक राशि के आवंटन की घोषणा की थी। गौरतलब है कि रूपये के कमजोर होने के मद्देनजर डॉलर के हिसाब से भारत का इस वर्ष का रक्षा बजट कमोबेश उतना ही है और इस पर भी अगर रक्षा महकमे मे पैशन् देय राशि निकाल दी जाये तो भारत का इस वर्ष का रक्षा बजट पिछके साल के मुकाबले और भी कम हो जायेगा. यह यह जानना भी अहम होगा कि चीन का रक्षा बजट पिछले वर्षो मे लगातार जा रहा है.
चीन की संसद के प्रवक्ता ने कल बताया था कि 2016 में रक्षा बजट में सात से आठ प्रतिशत की वृद्धि की जाएगी। उन्होंने कहा कि इस साल चीन के सैन्य बजट में वृद्धि दर 7 से 8 प्रतिशत होगी। उन्होंने कहा था कि बजट बनाने के दो मुख्य कारण हैं, वे हैं चीन में प्रतिरक्षा निर्माण की जरूरत और देश में आर्थिक विकास व वित्त आय की स्थिति।