नई दिल्ली, 27 फरवरी (शोभना जैन/वीएनआई) वियतनाम और भारत के बीच राजनयिक संबंधो की स्थापना के 45 वर्षो के उपलक्ष्य मे दोनो देशो के बीच संबंधो को प्रगाढ करने के एजेंडा के साथ वियतनाम के राष्ट्रपति त्रान दाई क्वांग भारत की तीन दिन की यात्रा पर आगामी शुक्रवार को भारत की राजकीय यात्रा पर पहुंच रहे है। उनकी इस यात्रा के दौरान भारत का प्रमुख एजेंडा दोनों देशों के बीच रक्षा और व्यापारिक संबंधों को और मजबूती प्रदान करना होगा। इसके अलावा दोनों देशाें के बीच रक्षा, व्यापार ्कृषि, परमाणु ऊर्जा के शांतिपूर्ण उपयोग सहित अनेक क्षेत्रों में सहयोग के तीन समझौतों पर हस्ताक्षर किये जाने की संभावना है। श्री त्रान की भारत यात्रा को भारत की एक्ट ईस्ट पौलिसी के तहत दक्षिण पूर्व एशियायी देशो के साथ संबंध और प्रगाढ बनाने की दिशा मे एक महत्वपूर्ण कदम् जा रहा है, जिस का वियतनाम एक अहम देश है. इस यात्रा से दोनो देशो के बीच सामरिक साझीदारी और मजबूत होगी.
भारत मे वियतनाम के राजदूत तोन सिन थान और भारतीय वि्देश मंत्रालय ने आज अलग अलग राष्ट्रपति त्रान ्की भारत यात्रा की घोषणा की. राष्ट्रपति के रूप में त्रान की यह पहली भारत यात्रा है। भारत में वियतनाम के राजदूत तोन सिन्ह थान्ह ने आज यहा एक संवाददाता सम्मेलन मे बताया कि उनके साथ 18 सदस्यीय प्रतिनिधिमंडल भी आ रहा है जिनमें वहां के उप प्रधानमंत्री और विदेश मंत्री फाम बिन मिन्ह के अलावा कई मंत्री भी शामिल हैं। एक सवाल के जवाब में तोन सिन्ह थान्ह ने बताया कि 2 मार्च से शुरू हो रही इस यात्रा में दक्षिण चीन सागर के मुद्दे पर भी बातचीत की जाएगी जहां चीन लगातार अपना दखल बढ़ा रहा है।श्री तोन ने बताया कि दक्षिण चीन सागर का मसला पेचीदा मसला है लेकिन हालात कुछ बेहतर भी बने है
भारत पहुंचेने के बाद त्रान सबसे पहले 2 मार्च को बिहार के बोध गया स्थित बौद्ध धर्म स्थल का दौरा करेंगे, श्री तोन ने बताया कि वियतनाम मे बड़ी तादाद मे बोद्ध धर्मावंलबी है और अगले दिन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ प्रतिनिधिमंडल स्तर की वार्ता करेंगे। चार मार्च को वियतनामी राष्ट्रपति एक भाषण देंगे जो नीतियों से संबधित होगा। गौरतलब है कि पीएम मोदी ने 2016 में वियतनाम का दौरा किया था और तब दोनों देशों ने अपनी 'रणनीतिक भागीदारी' को 'व्यापक रणनीतिक साझेदारी' में तब्दील करने पर सहमति जताई थी। उस समय भी दोनो देशो के बीच उभयपक्षीय सहयोग के बारह समझौते हुए थे. वियतनाम के प्रधानमंत्री गुएन शुआन फुक भी गत जनवरी मे गणतंत्र दिवस के अवसर पर नौ आसियान देशो के राष्ट्राध्यक्ष के साथ मुख्य अतिथ थे
विएतनामी दूतावास में काउंसलर त्रान ले तिएन ने कहा कि दोनों देशों के बीच तीन करार होने पर सहमति बन गयी है जिनमें पांच करोड़ डॉलर की लागत से एक कोयला टर्मिनल के निर्माण का समझौता, नेहॉन में एक बंदरगाह के विकास एवं संचालन संबंधी करार तथा टाटा समूह के साथ कृषि उपकरणों की आपूर्ति का करार शामिल है। इसके अलावा दूरसंचार के क्षेत्र में सहयोग के करार पर भी विचार विमर्श जारी है। इस यात्रा के दौरान भारत से विएतनाम के बीच नॉनस्टॉप हवाई सेवा का भी उद्घाटन किया जाएगा।वीएनआई