नयी दिल्ली,26 अप्रैल(शोभनाजैन/वीएनआई) भारत ने आज पाकिस्तान से दो टूक और कड़े शब्दो मे पठानकोट आतंकी हमले और पाकिस्तान मे मुबंई आतंकी हमले की जॉच मे जल्द तथा ठोस प्रगति पर जोर देते हुए कहा कि द्विपक्षीय संबंधों पर आतंकवाद की वजह से पड़ने वाले प्रभाव से पाकिस्तान कतई इनकार नहीं कर सकता है साथ ही भारत ने कहा कि उसे निशाना बनाने वाले पाकिस्तान स्थित आतंकवादी गुटो को अपनी गतिविधियों चलाने की खुली छूट हर्गिज नहीं दी जानी चाहिए.
आज यहा भारत पाक विदेश सचिव स्तर की वार्ता मे हालांकि भारत द्वारा दोनो के रिश्तो मे रह-रह कर आने वाले ठंडेपन को कुछ कम करने और आपसी विश्वास बहाल करने की एक नई पहल के जबाव मे पाकिस्तान ने भारत की पाक समर्थित आतंक सहित अन्य चिंताओ की कोई चर्चा नही करते हुए कश्मीर को फिर से मुख्य द्विपक्षीय मु्द्दा बताने का राग उछाल दिया
विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता विकास स्वरूप द्वारा वार्ता संपन्न होने के बाद भारत की तरफ से जारी आधिकारिक बयान मे कहा गया कि विदेश सचिव जयशंकर ने पाकिस्तान के साथ आतंकी संगठन जैशे के सरगना मसूद अजहर् को संयुक्त राघ्ट्र की प्रतिबंध सूची मे डाले जाने की भी बात उठा्यी.गौरतलब है कि पाकिस्तान मे रह कर भारत के खिलाफ आतंकी गतिविधिया चलाने वाले जैशे सरगना अजहर को संयुक्त राष्ट्र की प्रतिबंध सूची मे रखे जाने के भारत के प्रस्ताव को हाल ही मे चीन द्वारा वीटो कर रोड़ा डाले जाने पर भारत विरोध और आपत्ति जता चुका है.आज् की वार्ता मे भारत ने पाकिस्तान द्वारा पकड़े गये पूर्व नौसैनिक अधिकारी कुलभुषण जाधव को तुरंत भारतीय दूतावास से संपर्क की सुविधा दिये जाने की मॉग की.जाधव को पाकिस्तान ने कुछ समय से भारतीय गुप्तचर सेवा रॉ के जासूस होने का आरोप लगा कर अपनी हिरासत मे ले रखा है.
आज की वार्ता मे भारत ने अपने खिलाफ पाक समर्थित आतंक पर अपनी चिंताये मुखर रूप् से रखने के साथ ही विश्वास बहाली के कदम बतौर वार्ता को स्पष्ट तथा सकारात्मक बताते हुए कहा कि दोनो हे पक्षो ने रिश्तो को आगे बढाने के लिये एक दूसरे की बात सुनी और आगे भी संपर्क मे रहने पर सहमति व्यक्त की, हालांकि आज दोनो देशो के विदेश सचिवो के बीच वार्ता सम्पन्न होने से काफी पहले ही पाक उच्चायोग ने तमाम राजनयिक शिष्टाचार को दरकिनार करते हुए पाक पक्ष को ले कर कश्मीर मुद्दे सहित आरोपो के पुलिंदे के साथ एक तरह से पहले से तैयार एक बयान जारी कर दिया. पाक बयान मे कहा गया ' वार्ता मे पाक विदेश सचिव एजाज अहमद चौधरी ने फिर कहा कि दोनो पक्षो ने जम्मू कश्मीर विवाद सहित सभी द्विपक्षीय मुद्दो पर चर्चा की. कश्मीर मुख्य द्विपक्षीय मुद्दा बना हुआ है जिस का समाधान संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद के प्रस्तावो और कश्मीरी जनाता की आंकषाओ के अनुरूप तर्क संगत तरीके से किया जाये.'पाक बयान मे कहा गया" वार्ता मे विदेश सचिव ने पाकिस्तान मे पकड़े गये रॉ अधिकारी कुलभुषण जाधव का मुद्दा भी उठाया तथा बलोचिस्तान तथा कराची मे तोड़ फोड़ की कार्यवाही मे रॉ के शामिल होने पर गहरी चिंता जताई साथ ही बयान मे यह भी कहा गया कि भारत मे समझौता एक्सप्रेस विस्फोट के मुख्य अभियुक्तो की रिहाई के प्रयासो पर चिंता जताई.
गत 2 जनवरी को पठानकोट आतंकी हमले के बाद भारत द्वारा 14 जनवरी को दोनो देशो के बीच प्रस्तावित विदेश सचिव स्तर की वार्ता स्थगित किये जाने के लगभग तीन माह बाद आज दोनो देशो के विदेश सचिव एक बार फिर द्विपक्षीय वार्ता का माहौल बनाने के लिये मिले थे. पाकिस्तान के विदेश सचिव एजाज अहमद चौधरी नई दिल्ली मे आज हो रही ‘हार्ट ऑफ एशिया के वरिष्ठ अधिकारियों की बैठक' में हिस्सा लेने के लिए एक दिन के दौरे पर यहा आये है जिस दौरान अचानक ही दोनो देशो के विदेश सचिवो के बीच अलग से वार्ता का कार्यक्रम भी बना.
श्री जयशंकर को चौधरी के साथ वार्ता करने के लिए 15 जनवरी को इस्लामाबाद जाना था लेकिन 2जनवरी को पठानकोट हमले के मद्देनजर दोनों देशों ने ‘‘आपसी सहमति' के आधार पर वार्ता निलंबित करने की घोषणा की थी. आज बैठक ऐसे समय हुई है जब हाल में पाकिस्तान के उच्चायुक्त अब्दुल बासित ने कहा था कि द्विपक्षीय शांति प्रक्रिया निलंबित है, जिस पर भारत ने कडी प्रतिक्रया देते हुए दोहराया था कि विभिन्न स्तरों पर संवाद के माध्यम खुले हैं लेकिन साथ ही साफ किया कि वह बातचीत बहाल होने से पहले आतंकवाद और पठानकोट हमले को लेकर कार्रवाई चाहता है. इससे पहले जयशंकर ने अफगानिस्तान के उप विदेश मंत्री हेकमत करजई से मुलाकात की और आपसी हितों के मुद्दों पर चर्चा की.वी एन आई