काठमांडू/नयी दिल्ली,7 मई (शोभनाजैन/वीएनआई)नेपाल मे चल रही राजनैतिक अस्थिरता के बीच ्नेपाल की राष्ट्रपति विद्यादेवी भंडारी का भारत दौरा स्थगित किये जाने के बाद नेपाल ने अपने राजदूत दीप कुमार उपाध्याय को नेपाली सरकार के साथ 'असहयोगकारी' रवैया अपनाने के आरोप मे वापस बुला लिया है. गौरतलब है कि इससे पहले नेपाल के राष्ट्रपति विद्यादेवी भंडारी का आगामी नौ मई से शुरू होने वाला भारत दौरा स्थगित करने की खबर आयी थी. सूत्रों के मुताबिक दीप कुमार उपाध्याय राष्ट्रपति विद्या देवी भंडारी का भारत दौरा स्थगित करने के खिलाफ थे. इस वजह से उनपर यह बड़ी कार्रवाई की गयी. कुछ समय से भारत और नेपाल के बीच संबंध अच्छे नही चल रहे है. इसी पृष्ठभूमि मे नेपाल चीन के साथ नजदीकिया भी बढा रहा है.कुछ समय पूर्व हुए मधेसी विवाद के बाद इस घटना क्रम को भी दोनो देशो के संबंधो के लिये अच्छा नही माना जा रहा है.सूत्रो के अनुसार श्रीउपाध्याय का मत था कि इस समय दौरा रद्द किया जाना द्विपक्षीय संबंधो और आपसी समझ बूझ के लिये ठीक नही होगा. उनका मानना है कि उन्होने नेपाल के हितो को ध्यान् मे रखते हुए ही यह सुझाव दिया था , राजदूत का कहना है कि उन्होने सदिव ही देश हित मे दोनो देशो के बीच रिश्ते सुधारने के लिये काम किया. वैसे श्री उपाध्याय अभी वह राजधानी मे ही है, वे कब वापस जायेंगे, या इस आदेश पर पुन्रविचार होगा और वे वापस जायेंगे या नही,इस पर अभी अनिश्चितता बनी हुई है. सूत्रो के अनुसार दर असल श्री उपाध्याय को वापस बुलाये जाने के पीछे देश मे चल रही राजनैति उठा पटक को वजह माना जा रहा है. वे राजदूत बननेसे पहले नेपाल कॉग्रेस के सदस्य रहे है.इस सप्ताह, प्रचंड नीत यूसीपीएन माओवादी ने सत्तारुढ सीपीएन यूएमएल के साथ गठबंधन तोड़ने की घोषणा करके राजनीतिक अस्थिरता पैदा कर दी थी जिससे पूरे देश मे एक बार फिर राजनैतिक निश्चितता व्याप्त हो गई है
नेपाल की पहली महिला राष्ट्रपति बिद्या देवी भंडारी ने अपने देश में राजनीतिक अस्थिरता के बीच भारत का अपना दौरा रद्द कर दिया. पद संभालने के बाद उनका यह पहला विदेशी दौरा होता.बिद्या देवी को राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी के निमंत्रण पर राजकीय अतिथि के रूप में नौ मई को आना था. उनका 14 मई को उज्जैन के सिंहस्थ कुंभ के ‘शाही स्नान' में भी भाग लेने का कार्यक्रम था.
नयी दिल्ली में सरकारी सूत्रों ने कहा, ‘‘हमें पता चला है कि नेपाल की राष्ट्रपति का भारत का आधिकारिक दौरा नेपाल की तरफ से स्थगित किया गया है. हमें लगता है कि यह नेपाल के राजनीतिक घटनाक्रम के कारण हुआ है. ' सूत्रो के अनुसार 'नेपाल के राजदूत द्वारा श्रीमति भंडारी के भारत यात्रा कार्यक्रम को रद्द नही करने का सुझाव दिया था जिसके बाद उन्हे नेपाल सरकार ने वापस बुला लिया.'
नेपाल के प्रधानमंत्री केपी ओली कुछ दिनों पहले भारत आये थे. उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात कर हाल ही में नेपाल में आये मधेशी विवाद से उन्हें अवगत कराया था. नेपाल में नया संविधान लागू होने के बाद वहां के मधेशी समुदाय ने नये संविधान मे अपने हितो पर कुठाराघत होने की वजह से -नेपाल सीमा पर नाकेबंदी कर दी थी. नेपाल का आरोप था कि महीनों चली इस आर्थिक नाकेबंदी से नेपाल की अर्थव्यवस्था चरमरा गयी थी. वहीं इसके बाद भारत और नेपाल के बीच तल्खियां बढ़ गयी थी.वी एन आई