नई दिल्ली,14 जुलाई (शोभनाजैन,वीएनआई) पाकिस्तान के प्रधान मंत्री के विदेशी मामलो तथा राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार सरताज अजीज के कल के विवादास्पद बयान को आज यहा सूत्रो ने दरकिनार करते हुए साफ तौर पर कहा कि रूस,ओफा मे पिछले हफ्ते हुई मोदी नवाज वार्ता के बाद जारी संयुक्त बयान को ही वो रिश्तो मे आगे बढने के लिये सर्वोपरि मानते है और भारत इसी बयान की भावना से पाकिस्तान के साथ आगे ब्ढने का काम करेगा.सूत्रों ने आज यहा सरताज अजीज के कल के विवादास्पद बयान को दरकिनार करते हुए कहा कि यह तमाम बाते ओफा में दोनों देशों के बीच बनी पॉच सूत्री सहमति को प्रभावित नहीं करती है। इस सहमति के अनुरूप दोनों पक्ष अपने राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकारों के बीच एक बैठक के लिए और पाकिस्तान रेंजर्स के महानिदेशक व सीमा सुरक्षाबल के महानिदेशक के बीच बैठक के लिए तथा सैन्य संचालन महानिदेशकों के बीच बैठक करने की दिशामे काम शुरू करेंगे.उम्मीद है दोनो देशो के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकारों के बीच इसी माह के अंत् मे बैठक होने की उम्मीद है.
सूत्रों के मुताबिक, भारत-पाकिस्तान का संयुक्त बयान उफा में मोदी-शरीफ मुलाकात की भावना का सटीक प्रतिबिंब है। सूत्रों का कहना है कि उफा में एक घंटे तक चली इस बैठक में इस बात पर चर्चा हुई कि किस तरह दोनों देश एक-दूसरे के साथ उच्चस्तरीय वार्ता पर ध्यान दें। सूत्रो का कहना है कि बयान के बाद वार्ता अभी शुरू नही हुई है अभी से उसके बारे मे आशंकित होना सही नही है मीडिया मे इस आशय की खबरो पर टिप्पणी करते हुए सूत्रो ने कहा\'अभी तो रास्ते का टर्न ही शुरू ही नही हुआ है, ऐसे मे यू टर्न की बात कैसे ्कही जा सकती है. गौरतलब है कि ओफा मे हुई वार्ता के बाद जारी साझा बयान मे कश्मीर् का कोई जिक्र नही होने के बावजूद श्री सरताज अजीज ने कल कहा था\" जब तक वार्ता के एजेंडा में कश्मीर नहीं होगा, तब तक दोनो के बीच कोई बातचीत नहीं हो सकती. अजीज ने कहा कि भारत को समझौता ब्लास्ट पर और अधिक जानकारी देनी हो्गी. इसके साथ ही पाकिस्तानी प्रधानमंत्री नवाज शरीफ ने मुंबई हमले के मास्टरमाइंड जकी उर रहमान लखवी के खिलाफ और सबूत की मांग की है.श्री अजीज ने कहा कि वह अपनी गरिमा और सम्मान के साथ कोई समझौता नहीं करेगा और जब तक कश्मीर का मुद्दा एजेंडे में शामिल नहीं होगा, भारत के साथ कोई वार्ता प्रक्रिया नहीं की जाएगी बयान मे कश्मीर मुद्दा शामिल नहीं करने पर शरीफ की पाकिस्तान में जमकर आलोचना हुई थी. इसी के बाद पाकिस्तान ने फिर से कश्मीर राग अलापना शुरू किया है. लेकिन सूत्रो ने आज श्री अजीज के बयान को कोई तव्व्जोह नही देते हुए यही कहा कि ओफा संयुक्त बयान ही उन दोनो देशो के लिये आगे काम करने का दस्तावेज है.
सूत्रो ने आज यहा कहा कि इस संयुक्त बयान को दोनों देशों के विदेश सचिवों -भारत के एस.जयशंकर और पाकिस्तान के एजाज अहमद चौधरी ने संयुक्त रूप से तैयार किया था। सूत्रो का यह भी कहना है वैसे श्री अजीज की कल की वार्ता मे ऐसा कुछ नही था जो ओफा मे आपसी सहमति से तैयार किये गये बिंदुओ की दिशा मे आगे बढने से कोई रूकावट आये.उनका मानना है कि श्री अजीज का बयान अपने देश वासियो को खुश करने के लिये दिया गया लगता है. सूत्रो ने कहा \' यह साझा बयान मोदी नवाज वार्ता का \'सही,इमानदारी्पूर्ण और तर्क संगत\' सार था,प्रधान मंत्री मोदी ने ही इस वार्ता के बाद दोनो देशो द्वारा संयुक्त बयान जारी किये जाने का प्रस्ताव रखा था. भारत के लिये ओफा साझा बयान आगे का रास्ता तय करने के लिये अहम है न/ न कि वे तमाम बाते जो पाकिस्तान मे अपने देशवासियो को खुश करने के लिये कही जा रही है. दरअसल इस साझा बयान के बाद जिस तरह से श्री अजीज ने कल वहा बयान दिया उससे वहा के हालात ही पता चलते है.\'
सूत्रों ने बयान के बारे मे भी स्थति स्पष्ट करते हुए कहा कि कहना है कि इस बयान को मीडिया के समक्ष साझा करने से पहले मोदी और राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोवाल को दिखाया गया था और उसके बाद पाकिस्तान के विदेश सचिव से भी मंजूरी ली गई थी। दोनों देशों के प्रधानमंत्री स्पष्ट सकारात्मक इच्छा के साथ बैठक में शामिल हुए।
सूत्रों का तो यह भी कहना है कि सरताज अजीज के बयान उफा में दोनों देशों के बीच बनी सहमति को प्रभावित नहीं करते। दोनों पक्ष अपने राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकारों के बीच एक बैठक के लिए और पाकिस्तान रेंजर्स के महानिदेशक व सीमा सुरक्षाबल के महानिदेशक के बीच बैठक के लिए तथा सैन्य संचालन महानिदेशकों के बीच बैठक के लिए काम शुरू करेंगे। वी एन आई