लखनऊ,३१ दिसंबर (वी एन आई) सपा में टिकटो के बंटवारे को ले कर मचे कोहराम के चौबीस घंटे के भीतर पार्टी के बीच पिता मुलायम और बेटे अखिलेश के बीच सुलह हो गई है. मुलायम सिंह यादव और अखिलेश यादव के बीच आज सुबह हुई बैठक के बाद अखिलेश और रामगोपाल यादव का निष्कासन वापस ले लिया गया है. अब एक बार फिर दोनों की पार्टी में वापसी हो गई है.
इस बैठक में शिवपाल और अबू आजमी भी मौजूद थे. इस बैठक में आजम ने अखिलेश के साथ मिलकर अमर सिंह को निकालने की मांग भी की. आजम ने कहा कि अगर अमर सिंह को निकाला जाता है तो सब ठीक हो जाएगा. इस बैठक में शिवपाल यादव को भी बुलाया गया.
इससे पूर्व टिकट बंटवारे को लेकर टकराव इतना बढ़ा कि पांच साल पहले अपनी विरासत बेटे को सौंपने वाले पिता मुलायम सिंह यादव ने उसी बेटे अखिलेश यादव को छह साल के लिए पार्टी से ही निकाल दिया था. इस मुलाकात के बाद शिवपाल यादव ने कहा पार्टी में सबकुछ ठीक हो गया है. अखिलेश और रामगोपाल का निष्कासन तुरंत प्रभाव से रद्द कर दिया गया है. उम्मीदवारों की लिस्ट फिर से जारी होगी . उन्होने कहा कि अब सबकुछ ठीक हो गया है.
सूत्रो के अनुसार बैठक में अखिलेश और मुलायम ने गिले-शिकवे दूर किये.बैठक में भावुक हुए अखिलेश रो पड़े. उन्होंने कहा कि मैं पिता से अलग नहीं हूं मैं उन्हें यूपी जीतकर गिफ्ट दूंगा वे मेरे पिता और गुरू हैं. कुछ लोग उन्हें बरगला रहे हैं. मैं उनसे दूर नहीं हूं अखिलेश को मुलायम ने कहा, तुमने किसी की बात नहीं सुनी. इसपर अखिलेश ने कहा हमारे बीच दूसरे लोग गलतफहमी फैला रहे हैं.मुलायम ने अखिलेश से कहा, मैं तुम्हारे खिलाफ कभी नहीं था, खिलाफ रहता तो तुम्हें मुख्यमंत्री क्यों बनाता.
खबर यह भी है कि अखिलेश ने मुलायम को सौंपी 207 विधायकों के समर्थन की सूची अखिलेश के साथ बैठक में शिवपाल चुपचाप रहे, उन्होंने कुछ भी नहीं कहा.इस मामले मे राजग सुप्रीमो लालू यादव ने मध्यस्थता मे महत्वपूर्ण भूमिका अदा की.लालू यादव ने संवाददाताओ से बातचीत मे कहा कि उन्होने बाप बेटे दोनो से मामले को निबटाने की कौशिश करने का आग्रह किया.
इसी बीच कुछ मीडिया रिपोर्ट के अनुसार राम गोपाल यादव द्वारा कल बुलाया गया सपा का राष्ट्रीय अधिवेशन रद्द हो सकता है. निष्काषन के बाद आज हुए शक्ति परीक्षण मे मुलायम की बैठक में पहुंचे सिर्फ 15 विधायक और 75 उम्मीदवार जबकि अखिलेश के समर्थन में 208 विधायक हुए, नेताजी के समर्थन में 15 विधायक पहुंचे. शक्तिपरीक्षण के खेल में मुलायम खेमे में सन्न्नाटा पसरा है. अखिलेश समर्थकों ने नारा दिया है कि जिसका जलवा कायम है, उसका बाप मुलायम है.
कल अखिलेश और रामगोपाल को अनुशासनहीनता के आरोप में पार्टी से निकाले जाने के बाद बड़ी संख्या में अखिलेश समर्थक उनके घर के बाहर जमा हो गए और अखिलेश के समर्थन में नारेबाज़ी करने लगे. एक समर्थक ने तो आत्मदाह की भी कोशिश की. अखिलेश समर्थक मुलायम सिंह यादव से अपना फैसला वापस लेने की मांग कर रहे थे. समर्थकों को उग्र होते देख अखिलेश ने अपने एक विधायक को समर्थकों के बीच भेज कर संयम बरतने का संदेश दिया. साथ ही किसी अनहोनी की आशंका के मद्देनज़र मुलायम सिंह यादव और शिवपाल यादव के घर के बाहर सुरक्षा के कड़े इंतज़ाम के निर्देश दिए.