बीजिंग/नयी दिल्ली,१३ अक्टूबर ( शोभनाजैन/वीएनआई) चीन की राष्ट्र्पति शी चिनफिंग इस सप्ताहांत भारत मे होने वाले ब्रिक्स शिखर सम्मेलन दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से अलग से द्विपक्षीय वार्ता करेंगे. भारत चीन के बीच चल रहे ठंडे रिश्तो के चलते इस मुलाकात को खासा अहम माना जा रहा है जिसमे दोनो देश उभय्पक्षीय ज्वलंत जटिल मुद्दो पर चर्चा करेंगे .दोनों नेताओं के बीच 15 अक्तूबर को द्विपक्षीय वार्ता होगी. दक्षिण एशिया में हाल के राजनीतिक घटनाक्रम मसलन उरी हमला व पीओके में सर्जिकल स्ट्राइक , अजहर मसूद जैसे पाक आतंकी पर चीन के पाक समर्थक रूख जैसे मुद्दो के बाद दोनों नेताओं के बीच होने वाली यह पहली द्विपक्षीय वार्ता काफी महत्वपूर्ण होगी.चीन के राष्ट्रपति शी चिनफिंग आज कंबोडिया, बांग्लादेश और भारत की यात्रा के लिए रवाना हो गये, जहा से वे परसो गोवा मे होने वाले शिखर सम्मेलन मे हिस्सा लेंगे. गौरतलब है कि बीते 30 वर्ष में किसी चीनी राष्ट्रपति की यह पहली बांग्लादेश यात्रा होगी.
बांग्लादेश से शी ब्रिक्स शिखर सम्मेलन में हिस्सा लेने के लिए गोवा के लिए रवाना हाेंगे और इस शिखर सम्मेलन से इतर वह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से भी मुलाकात करेंगे. गोवा शिखर सम्मेलन में आमंत्रित बिम्सटेक (बांग्लादेश, भूटान, नेपाल, श्रीलंका, म्यांमार और थाईलैंड) के राष्ट्राध्यक्षों सहित रूस के राष्ट्रपति पुतिन से भी वे मुलाकात करेंगे.
ब्रिक्स (ब्राजील, रूस, भारत, चीन और दक्षिण अफ्रीका) और बहुक्षेत्रीय प्रौद्योगिकी एवं आर्थिक सहयोग के लिए बंगाल की खाड़ी पहल (बिम्सटेक) देशों से सभी 11 राष्ट्राध्यक्ष हिस्सा ले रहे है. सम्मेलन मे रूस के राष्ट्रपति पुतिन भी हिस्सा ले रहे है
दो दिवसीय ब्रिक्स शिखर सम्मेलन 15 अक्तूबर से शुरू होगा. शी के शिष्टमंडल में कम्युनिस्ट पार्टी ऑफ चीन (सीपीसी) सेंट्रल कमिटी के पॉलिटिकल ब्यूरो एवं सीपीसी सेंट्रल कमिटी के पॉलिसी रिसर्च ऑफिस के निदेशक वांग हुनिंग, सीपीसी सेंट्रल कमिटी के पॉलिटिकल ब्यूरो के सदस्य, सीपीसी सेंट्रल कमिटी के सचिवालय के सदस्य और सीपीसी सेंट्रल कमिटी के जनरल ऑफिस के निदेशक ली झानशू तथा स्टेट काउंसलर यांग जिएची शामिल हैं.वी एन आई