चीनी निवेशक भारत में बदलाव की बयार का लाभ उठाये-मोदी, दोनो देशो के बीच निजी क्षेत्र मे 22 अरब डॉलर के समझौते

By Shobhna Jain | Posted on 16th May 2015 | VNI स्पेशल
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शंघाई 16 मई (अनुपमा जैन,वीएनआई) भारत और चीन के बीच सीमा विवाद के समधान के प्रयासो के साथ साथ आपसे व्यापार बढाने के क्रम मे आज दोनो देशो की निजी क्षेत्र कंपनियों के बीच 22 अरब डालर से अधिक मूल्य के 26 व्यावसायिक समझौतों पर हस्ताक्षर किए गए. इनमें अडाणी समूह, भारती एयरटेल और वेल्सपन द्वारा किए गए समझौते शामिल है. ये समझौते अक्षय ऊर्जा, बिजली ढांचा, इस्पात और लघु व मझोले उद्योगों सहित विभिन्न क्षेत्रों में किए गए.इससे पूर्व अपनी तीन दिन की चीन यात्रा के अंतिम चरण मे श्री मोदी शंघाई पहुंचे, यहाँ पहुँच कर भारत-चीन व्यापार मंच पर उन्होंने कहा कि भारत व्यवसाय के लिए तैयार है और व्यवसाय को सरल बनाने के लिए सुधार की हम लगातर कोशिश कर रहे हैं।भारत चीन व्यावसायिक मंच की बैठक में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने चीन के निवेशकों से भारत में बदलाव की बयार का लाभ उठाने का आह्वान किया. प्रधानमंत्री मोदी ने भारत-चीन व्यापार मंच पर कहा कि, चीनी उद्योग के लिए भारत ऐतिहासिक अवसरों को पेश कर रहा है। साथ ही उन्होंने कहा, \"आप विश्व का कारखाना हैं। हम विश्व का \'बैक ऑफिस\' (उत्पादन स्थल) हैं। हम साथ मिलकर अपने लोगों के लिए प्रगति और समृद्धि ला सकते हैं।\" प्रधानमंत्री मोदी ने अपने भाषण में इस बात पर जोर दिया कि भारत-चीन साझेदारी बढ़नी चाहिए और बढ़ेगी। आगे उन्होंने कहा, \"भारत तथा चीन के बीच सौहार्दपूर्ण साझेदारी महाद्वीप के आर्थिक विकास तथा राजनीतिक स्थिरता के लिए आवश्यक है। आइये, हम साथ मिलकर पारस्परिक हित और हमारे महान देशों की प्रगति तथा समृद्धि के लिए काम करें।\" प्रधानमंत्री ने कहा कि भारत सरकार शोध तथा विकास और उद्यमशीलता को बढ़ावा देने पर जोर दे रही है। साथ मोदी ने कहा, \"हम अपनी पूरी जनसंख्या में करीब 65 फीसदी युवाओं के रोजगार का सृजन के लिए विनिर्माण को बड़े स्तर पर बढ़ावा देना चाहते हैं। मोदी ने विभिन्न कंपनियों के सीईओ को भारत मे निवेश के लिये आमंत्रित करते हुए कहा, \"भारत में आधारभूत संरचनाओं के विस्तार तथा इससे संबंधित गतिविधियों की संभावना व्यापक है। भारती एयरटेल ने चाइना डेवलपमेंट बैंक और इंडस्टरीयल एंड कामर्शियल बैंक आफ चाइना के साथ ढाई अरब डालर की ऋण सुविधा के लिए समझौते किए. वहीं, अडाणी समूह ने मूंदडा सेज में एक एकीकृत फोटोवोल्टैक औद्योगिक पार्क स्थापित करने एवं गैस आधारित बिजली उत्पादन एवं प्राकृतिक गैस क्षेत्र में निवेश की संभावना तलाशने के लिए गोल्डन कॉनकोर्ड होल्डिंग्स के साथ एक समझौता किया. एक अन्य समझौते के तहत अडाणी पोर्ट्स एंड सेज और गुआंगझू पोर्ट अथारिटी, मूंदडा पोर्ट व गुआंगझू पोर्ट के बीच सहायक बंदरगाह संबंध स्थापित करने पर सहमत हुए. एक आधिकारिक बयान के अनुसार, ये समझौते भारत में निवेश करने और \'मेक इन इंडिया\' पहल में योगदान करने की चीनी कंपनियों की मजबूत इच्छाशक्ति दर्शाते हैं. बयान में कहा गया कि इन समझौतों से फिल्म और मनोरंजन उद्योग में भारत और चीन की कंपनियों के बीच सहयोग में सुविधा मिलेगी और अधिक संख्या में चीनी मित्र, दर्शक इस क्षेत्र में भारत की प्रभावी स्थिति से अवगत हो सकेंगे. अन्य महत्वपूर्ण समझौतों में आईएलएंडएफएस व इंडस्टरीयल एंड कामर्शियल बैंक आफ चाइना (आईसीबीसी), 4,000 मेगावाट की नाना लायजा ताप बिजली परियोजना के लिए आईएलएंडएफएस एनर्जी डेवलपमेंट कंपनी और चाइना हुआनेंग ग्रुप के बीच समझौता और संभावित परियोजनाओं के विकास के लिए जिंदल स्टील एंड पावर व आईसीबीसी के बीच समझौता शामिल है. प्रौद्योगिकी क्षेत्र की दिग्गज इन्फोसिस ने क्विनान में चाइना इंडिया इन्फार्मेशन सर्विस इंडस्टरी कोरिडोर स्थापित करने के लिए क्विनान सरकार के साथ समझौता किया. वहीं भूषण पावर एंड स्टील ने भी गुजरात में एक एकीकृत इस्पात परियोजना लगाने के लिए चाइना नेशनल टेक्निकल इंपोर्ट एंड एक्सपोर्ट कारपोरेशन के साथ एक समझौते पर हस्ताक्षर किया. वी एन आई

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