उफा, रूस,10 जुलाई (अनुपमा जैन, वीएनआई )पी एम मोदी ने आज रूस के उफा में अपने पाकिस्तानी समकक्ष नवाज शरीफ से द्विपक्षीय बातचीत की, तकरीबन 55 मिनट तक दोनो नेतायों ने बैठक की, प्राप्त खबरों के अनुसार पीएम मोदी ने आतंकवाद के मुद्दे को सख्ती से उठाने के अलावा मुंबई हमले (26/11) के साथ अन्य ठोस मुद्दों पर भी बात की इस दौरान दोनों नेताओं के बीच गर्मजोशी दिखी. सूत्रों के अनुसार, इसके साथ ही दोनों नेताओं के बीच आर्थिक साङोदारी को लेकर भी बातचीत हुई.,इस बैठक मे डोभाल व विदेश सचिव भी मौजूद थे, इस बातचीत के बाद दोनो देशों के विदेश सचिवों की बातचीत भी हुई,उम्मीद की जा रही है कि दोनों देशो के विदेश सचिवों की एक साझा प्रेस कॉन्फरेंस हो सकती ्है|
आशा की जा रही है कि इसके बाद बाद दोनों देशों के बीच द्विपक्षीय संबंधों में नई शुरुआत होगी. उम्मीद है कि संयुक्त राष्ट्र महासभा की मीटिंग के दौरान दोनों देशों के विदेश सचिव मिलेंगे. परंतु इन बैठकों का मुद्दा हुर्रियत से पाकिस्तानी नेताओं की मुलाकात नहीं होगा.
इससे पूर्व दोनों नेताओं ने रुस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन द्वारा आयोजित रात्रिभोज में एक दूसरे से छोटी सी मुलाकात की. मोदी और शरीफ आज सुबह आधिकारिक रु प से मुलाकात करने वाले थे. उनकी मुलाकात एक ्वर्ष से अधिक समय बाद हो रही है और इस दौरान भारत के खिलाफ आतंकवाद को भड़का रहे तत्वों के प्रति इस्लामाबाद के रवैये को लेकर भारत-पाक के रिश्तों में उतार-चढाव देखे गये.
शंघाई सहयोग संगठन (एससीओ) के सम्मेलन से अलग आज होने वाली मुलाकात के दौरान मोदी सीमापार आतंकवाद पर चिंता जता सकते हैं और द्विपक्षीय संबंधों की स्थिति और उनकी भविष्य की दिशा पर चर्चा कर सकते हैं. मोदी और शरीफ की पहली मुलाकात पिछले साल मई में हुई थी जब पाकिस्तानी नेता भारतीय प्रधानमंत्नी के शपथ ग्रहण समारोह में शामिल होने दिल्ली पहुंचे थे.
्गौरतलब है कि पिछली बार दोनों दक्षेस सम्मेलन के लिए नवंबर महीने में काठमांडो में थे लेकिन उस समय नई दिल्ली में पाकिस्तान के उच्चायुक्त द्वारा अलगाववादी हुर्रियत नेताओं से मुलाकात को लेकर दोनों देशों के बीच तनाव के चलते द्विपक्षीय मुलाकात नहीं हुई थी. पाकिस्तानी राजनियक की अलगाववादी नेताओं से मुलाकात के चलते भारत ने पाकिस्तान के साथ विदेश सचिव स्तर की वार्ता रद्द कर दी थी.
सनद रहे पिछले साल पीएम मोदी की पाकिस्तान के प्रधानमंत्नी नवाज शरीफ से पहली मुलाकात नयी दिल्ली में हुई थी, जब मोदी ने 26 मई, 2014 को प्रधानमंत्री के रूप में पदभार संभाला था. उसके अगले दिन दोनों नेताओं के बीच चली बैठक में आतकंवाद के मुद्दे पर चर्चा हुई. इस मुलाकात के बाद द्विपक्षीय संबंधों में नई संभावनाएं तलाशी जाने लगी थीं, और पाकिस्तान द्वारा भारत को विशेष दर्जा देने और विदेश व्यापार नीति पर भी चर्चा की गई थी. उस समय यह उम्मीद जगी थी कि अब दोनों देशों के बीच भरोसे की ्नींव पक्की होगी. मुलाकात के बाद नवाज शरीफ ने कहा था कि मैं अब तक मोदी को जितना जान पाया हूं, उससे लगता है कि उनके साथ काम करना आसान है.