काबुल, 25 दिसंबर ( शोभनाजैन/वीएनआई) प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी रुस की यात्रा संपन्न करके मॉस्को से अफगानिस्तान की राजधानी काबुल पहुंच गये हैं. काबुल में वह अफगान राष्ट्रपति अब्दुल गनी से वार्ता करेंगे साथ ही अफगान संसद की नई इमारत का उदघाटन क्रेंगे और अफगान संसद मे सांसदो को संबोधित करेंगे संसद का निर्माण भारत ने नौ करोड़ अमेरिकी डॉलर की लागत से किया है।
हवाई अद्दे पर अफगान राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार मोहम्मद हनीफ और अफगान उप विदेश मंत्री हक्मत करजई ने उनकी अगवानी की. इससे पूर्व प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की दो दिवसीय रुस यात्रा गुरूवार को संपन्न हो गई. इस दौरान दोनों देशों ने परमाणु और रक्षा सहित विभिन्न क्षेत्रों में सहयोग को बढाने के लिए 16 समझौतों पर हस्ताक्षर किए. ्काबुल पहुचने पर प्रधान मंत्री ने ट्वीट किया ' काबुल मे दोस्तो के बीच पहुच कर बहुत प्रसन्नता हो रही है.अफगान राष्ट्रपति अब्दुल गनी. सी ई ओ अब्दुल्लाह अब्दुल्ल्लाह और पूर्व राष्ट्रपति हामिद करजई से मुलाकात करूंगा'
अफगान नेताओ से वह उभयपक्षीय मुद्दो, अफगान सुरक्षा क्षेत्र मे सहयोग तथा अफगानिस्तान मे शांति बहाली प्रयासो मे दिये जा रहे भारतीय सहयोग पर चर्चा करेंगे, गौरतलब है कि प्रधान मंत्री कई अफगान यात्रा से ठीक पहले भारत ने संघर्ष रत अफगानिस्त्तन को एम आई २५ हेलीकॉप्टर देने की घोषणा कर चुका है और तीन हेलीकॉप्टरो की खेप उसे दे चुका है. तालिबान आतंकियो से जूझ रहे अफगानिस्तान के लिये इस खेप को बड़ी मदद माना जा रहा है.काबुल की यात्रा का आधिकारिक तौर पर ऐलान नहीं किया गया था लेकिन मोदी स्वदेश वापसी के दौरान कुछ देर के लिए काबुल में रुके.
रूस की अपनी यात्रा के दौरान, मोदी ने रुसी राष्ट्रपति ब्लादिमीर पुतिन के साथ क्रेमलिन में सालाना शिखर वार्ता की और आतंकवादी समूहों और लक्षित देशों के बीच कोई अंतर तथा भेदभाव किए बिना आतंकवाद के खिलाफ दुनिया के एकजुट होने की जरुरत को रेखांकित किया.
16वें वार्षिक भारत-रुस शिखर बैठक के तहत मोदी और पुतिन ने अपने अपने प्रतिनिधिमंडलो के साथ अहम वार्ता की. बाद मे प्रधान मंत्री ने फ्रेंडस ऑफ इंडिया सोसायटी द्वारा अयोजित स्वागत समारोह मे रूसी और भारतीयो को संबोधित किया.प्रधान मंत्री शाम को स्वदेश लौट आयेंगे.वी एन आई