वाशिंगटन, 7 जून (शोभनाजैन/वीएनआई) जैन तपस्वी बाहुबली और गणेश की बेशकीमती प्राचीन कांस्य प्रतिमाओ सहित भारत की सांस्कृतिक विरासत वाली 200 सांस्कृतिक कलाकृतियॉ अमरीका से आखिरकार् वापस लाई जा रही है. ये बेशकीमती धरोहर अमरीका चोरी कर ले जायी गई थी. अमरीकी प्रशासन के सहयोग से अब इन्हे वापस लाया जा रहा है प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की उपस्थति मे यहा हुए यहां एक विशेष समारोह मे अमेरिका में चोरी से पहुंची लगभग 200 भारतीय बेशकीमती प्रतिमाएं देश को लौटाने की प्रक्रिया की शुरूआत हुईजिसमे, बाहुबलि की मनोहारी खडगासन जैन प्रतिमा और भगवान गणेश की कांस्य प्राचीन प्रतिमाये शामिल है।
विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता विकास स्वरूप ने इस संबंध मे हुए समारोह के बारे में ट्विटर पर लिखा, "भारत की सांस्कृतिक विरासत की वापसी वाले इस समारोह मे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने हिस्सा लिया जिसमें अमेरिका की अटॉर्नी जनरल मौजूद रहीं।"
प्रवक्ता के ट्वीट के मुताबिक, अमेरिका की अटॉर्नी जनरल लोरेटा लिंच ने इस अवसर पर कहा, "हमने आज चोरी कर यहा लाई गई 200 से ज्यादा सांस्कृतिक महत्व की वस्तुये भारत को लौटाने की प्रक्रिया शुरू की।" इस अवसर पर प्रधान मंत्री मोदी ने भारतीय प्रतिमाएं लौटाने के लिए अमेरिका के राष्ट्रपति बराक ओबामा का आभार जताया। उन्होने कहा " निश्चय ही अमरीका प्रशासन ने भारत की सांस्क्र्तिक विरासत की यह प्रतिमाये लौटा कर जिस संवेदन शीलता का परिचय दिया , उससे भारतीय जनता के मन मे उनके प्रति सम्मान और बढा है"
पी एम मोदी ने कहा, "मैं राष्ट्रपति बराक ओबामा का ये बहुमूल्य चीजें लौटाने पर शुक्रगुजार हूं, जो हमें हमारे अतीत से जोड़ती हैं,।"
उन्होंने कहा, "ये कलाकृतियां पूरी दुनिया की ही धरोहर है. प्रद्योगिकी सांस्कृतिक विरासत वाली वस्तुओ के अवैध व्यापर को रोकने मे बहुत मददगार हो सकती है हमारे लिए यह वस्तुयें हमारी संस्कृति व धरोहर का हिस्सा हैं।"उन्होने कहा कि समूची दुनिया भारत की प्राचीन सभ्यता से बहुत प्रभावित है. भारत के कई शहर तो 5000 वर्ष पुरनी सभ्यता की विरासत वाले है. प्राप्त जानकारी के अनुसार लगभग नौ वर्ष पूर्व इन कलाकृतियो के चोरी से भारत लानी की सूचना अमरीकी संघीय जॉच एजेंसी को मिली थी जिसकी जॉच पडताल् के दौरान छह लोगो को गिरफ्तार् किया गया. इन कलाकृतियो की कीमत 10 करोड़ डॉलरा ऑकी गयी
प्रधान मंत्रीमोदी पॉच देशो की यात्रा के चौथे चरण मे स्विटर्लेंड की महत्वपूर्ण यात्रा के बाद यहा पहुंचे है.वे यहा अमरीकी राष्ट्रपति बराक ओबामा से द्विपक्षीय संबंधो की समीक्षा के साथ क्षेत्रीय तथा अंतर राष्ट्रीय स्थति पर चर्चा करेंगे.इस दौरान वेअमरीकी कॉग्रेस के संयुक्त अधिवेशन को भी संबोधित करेंगे और भारतीय समुदाय द्वारा अयोजित समारोह मेहिस्सा लेंगे.
इस विशेष समारोह के बाद मे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने यहां विदेश नीति से जुड़े अमेरिका के विशेषज्ञ समूह थिंक टेंक के प्रमुखों से मुलाकात की।
विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता विकास स्वरूप ने इस मुलाकात का एक फोटो ट्विटर पर शेयर करते हुए लिखा, "विदेश नीति बनाने वालो के मन को समझने की एक कौशिश...। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने वाशिंगटन में प्रबुद्ध मंडल से बातचीत की।"
प्रधानमंत्री कार्यालय (पीएमओ) की ओर से ्भी ट्विटर पर लिखा गया, "प्रबुद्ध मंडल प्रधानमंत्री से मिला। विभिन्न मुद्दों पर दृष्टिकोण साझा किया।"वी एन आई