नई दिल्ली 15 जून (ए साधना,वीएनआई) गर्मी के बाद बरसात आते-आते कई बीमारियां दस्तक देने लगती है, गर्मी व बारिश का यह मिला-जुला मौसम सेहत के लिहाज से बहुत ही संवेदनशील मौसम है जिससे कुछ बीमारियों का खतरा बना रहता है इनमें से आम बीमारी है फूड पॉइजनिंग की, बार-बार प्यास लगने पर व्यक्ति जहां कुछ भी ठंडा पी लेता है, ताजा रसीले फलों और हरी-भरी सब्जियां खाने का मजा आता है,वहीं इस मौसम में खाद्य पदार्थों को भी खराब होते समय नहीं लगता। फूड पॉइजनिंग का खतरा हमेशा बना रहता है।
ऐसे में अपनी सेहत के प्रति पूरी सावधानी रखनी चाहिए। फूड पॉइजनिंग का सबसे बड़ा लक्षण यह है कि अगर खाना खाने के एक घंटे से 6 घंटे के बीच उल्टियां शुरु हो जाती , हैंफूड पॉइजनिंग में बुखार, उल्टी- दस्त होना, चक्कर आना और शरीर में दर्द होना एक आम शिकायत है, अब मान लेना चाहिए कि व्यक्ति को फूड पॉइजनिंग की शिकायत है। इसे तुरंत काबू में करने के लिए डॉक्टर से सलाह लेना चाहिए।
यह मुख्यतः बैक्टीरिया युक्त भोजन करने से होता है। इससे बचाव के लिए कोशिश यही होना चाहिए कि घर में साफ-सफाई से बना हुआ ताजा भोजन ही किया जाए। अगर बाहर का खाना खा रहे हैं तो ध्यान रखें कि खुले में रखे हुए खाद्य पदार्थों तथा एकदम ठंडे और असुरक्षित भोजन का सेवन न करें।गैस्ट्रोलॉजी के अनुसार- फूड पॉइजनिंग ढाबे के ही नहीं, फाइव स्टाइर होटल में बने खाने से भी हो सकती है। अगर सब्जियां अच्छी तरह से साफ न की गयी हों और उन्हें अच्छी तरह से पकाया न गया हो, तो फूड पॉइजनिंग हो सकती है। कई लोग बाथरूम से अपने के बाद अपने हाथ अच्छी तरह से साफ नहीं करते या फिर उनमें पहले से ही इन्फेक्शन होता है, तब इन हाथों से खाने बनाने से यह चीजें दूषित हो जाती है।
इन दिनों ब्रेड, पाव आदि में जल्दी फंफूद लग जाती है इसलिए इन्हें खरीदते समय या खाते समय इनकी निर्माण तिथि को जरूर देख लें। घर के किचन में भी साफ-सफाई रखें। गंदे बर्तनों का उपयोग न करें। कम एसिड वाला भोजन करें।
फूड पॉइजनिंग से कैसे बचेंः
फ्रिज में काफी समय तक रखे गए खाद्य पदार्थों के उपयोग से बचें।
गंदे बर्तनों में खाना न खा्यें,
बासी और फफूंदयुक्त खाना खाने से बचें।
अधपका भोजन न खा्यें
मांसाहार से बचने की कोशिश करें
घरेलू नुस्खे अपनाएं-बचिए फूड पॉइजनिंग से
शरीर को डिहाइड्रेट होनेसे बचाने के लिए मरीज को तरल चीजें दें ये चीजें पानी, सेब का जूस या सूप कुछ भी हो सकती हैं। पानी हमेशा उबाल कर इस्तेमाल में लाएं।
फूड पॉइजनिंग होने पर चावल का मांड पिलाने से भी फायदा होता है।
उल्टियों में आराम के लिए दांतों के बीच में एक लौग या अदरक दबा कर रखने के लिए दें और एक जरूरी बात घर में अगर एक व्यक्ति को पॉइजनिंग हुई है तो बाकी की घर के सदस्यों को इस बात का खास
अच्छी तरह से धो कर पकायी गयी सब्जियों और फल दें।
फूड पॉइजनिंग होने पर शरीर में पोटैशियम का स्तर काफी कम हो जाता है। ऎसे में केला खिलाएं।